Maharashtra में सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल से सरकार की नींद उड़ी।

महाराष्ट्र में सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल में शिक्षकों के शामिल होने के कारण राज्य बोर्ड की 10वीं और 12वीं क्लास के एग्जाम्स की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन पर असर पड़ सकता है… कर्मचारी संघ के नेताओं ने यह जानकारी दी… महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्चतम माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षा शुक्रवार को खत्म हुई और 10वीं की परीक्षा मार्च के अंत तक खत्म होगी… पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों और शिक्षक संघों की हड़ताल 14 मार्च को शुरू हुई थी… जूनियर टीचर्स फेडरेशन के अध्यक्ष संतोष फासगे ने कहा कि सभी शिक्षक संघों ने ओपीएस बहाल करने की मांग का समर्थन किया है… तो वहीं ’’ पुणे डिस्ट्रिक्ट प्रिंसिपल्स एसोसिएशन’ के पूर्व अध्यक्ष हरिश्चंद्र गायकवाड ने कहा कि माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक शनिवार से हड़ताल पर जा रहे हैं… टीचर्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के उपाध्यक्ष राजेश पंड्या के अनुसार, नई पेंशन योजना को जबरन थोप सरकार शिक्षक और शिक्षाकर्मियों के साथ अन्याय कर रही है… जब कोई नेता केवल 5 वर्ष के लिए चुनाव जीतता है, तो उसे जीवनभर पेंशन समेत अन्य सुविधाओं का लाभ मिलता है… वहीं, सरकार वर्षों तक काम करने वाले शिक्षक को पेंशन देने में घबरा रही है… महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद के मुंबई कार्यवाह शिवनाथ दराडे के अनुसार, जब तक पुरानी पेंशन योजना दोबारा लागू नहीं होती, आंदोलन जारी होगा… और आंदोलन को तीव्र करने के लिए जल्द ही अन्य लोग भी आंदोलन में शामिल होंगे… ऐसे में हमारी टीम ने मुंबई के घाटकोपर में जाने माने कॉलेज आर जे कॉलेज में पहुंचकर वहां के टीचरों से मिलकर उनकी प्रतिक्रिया ली…