विश्व ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) के तीसरे दिन MPA ने भारतीय मनोरंजन उद्योग पर रिपोर्ट जारी की

मुंबई। विश्व ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) के तीसरे दिन मुंबई में मोशन पिक्चर एसोसिएशन (MPA) ने एक व्यापक रिपोर्ट जारी की, जिसमें भारत के फिल्म, टेलीविजन और स्ट्रीमिंग क्षेत्रों के राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर पड़े सकारात्मक प्रभाव को उजागर किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन और MPA के चेयरमैन एवं सीईओ चार्ल्स रिवकिन उपस्थित रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. मुरुगन ने MPA की वैश्विक नेतृत्व क्षमता की सराहना की और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों पर भारतीय सिनेमा के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “आरआरआर और बाहुबली जैसी फिल्मों ने सिद्ध कर दिया है कि भारतीय कहानियाँ भाषाओं और सीमाओं से परे जाकर लोगों को जोड़ती हैं।”

डॉ. मुरुगन ने बताया कि सरकार रचनाकारों को प्राथमिकता देने वाले पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें नीतियाँ, उत्पादन प्रोत्साहन और बौद्धिक संपदा संरक्षण जैसे पहल शामिल हैं। उन्होंने हाल ही में लागू की गई एंटी-पाइरेसी सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि डिजिटल युग में रचनाकारों के अधिकारों की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है।

उन्होंने आगे कहा, “सिनेमा केवल आर्थिक शक्ति नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और कूटनीतिक सेतु भी है। भारत, मोशन पिक्चर एसोसिएशन के साथ मिलकर एक सुरक्षित और वैश्विक स्तर पर सम्मानित क्रिएटिव इंडस्ट्री के निर्माण की दिशा में कार्य करता रहेगा।”

MPA के चेयरमैन चार्ल्स रिवकिन ने इस साझेदारी को भारत के लिए एक “निर्णायक क्षण” बताते हुए भारतीय मनोरंजन उद्योग के उज्ज्वल भविष्य पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा, “भारत की क्रिएटिव इकोनॉमी असाधारण विकास के मार्ग पर है और MPA इस यात्रा में उसका भागीदार बनकर गर्व महसूस करता है।”

रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष साझा करते हुए रिवकिन ने बताया कि भारतीय फिल्म, टेलीविजन और स्ट्रीमिंग उद्योग ने 2.6 मिलियन से अधिक नौकरियाँ प्रदान कीं और $60 बिलियन से अधिक का वार्षिक आर्थिक उत्पादन किया। उन्होंने कहा कि MPA की सदस्य स्टूडियोज़ भारत के मनोरंजन क्षेत्र में निवेश, साझेदारी और दूरदर्शी नीतियों के समर्थन के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि MPA के उद्देश्यों और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के क्रिएटिव इकोनॉमी के विजन में पूर्ण सामंजस्य है। भारत की कहानी कहने की क्षमता, विजुअल इफेक्ट्स में विशेषज्ञता और वैश्विक कंटेंट निर्यात की शक्ति को उन्होंने विशेष रूप से रेखांकित किया।

कार्यक्रम का समापन MPA रिपोर्ट की मुख्य झलकियों पर आधारित एक वीडियो प्रस्तुति के साथ हुआ, जिसमें नीति-निर्माताओं और वैश्विक मीडिया नेताओं की साझा दृष्टि — सहयोग, नवाचार और समावेशी विकास से प्रेरित भविष्य — को स्पष्ट रूप से दर्शाया गया।