दिल्ली का यह घर तो फ्लैट ही है अम्मा -बापू आ जाए तो घर लगता है- प्रताप सोमवंशी

अंजना वेलफेयर सोसाइटी ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल डिफेंस (सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार) के तत्वधान में वरिष्ठ जनों के सम्मान के लिए मुहिम शुरू की,9 अगस्त को एक वेबीनार के साथ हुई के साथ हुई का विषय वरिष्ठ जनों का सम्मान और उनकी सुरक्षा स्वास्थ संबंधित परेशानियां थी माया कुलश्रेष्ठ ने कहा जो कि संस्था की सेक्रेटरी एवं कथक नृत्यांगना है ने बताया कि रिदम सिक्स हम मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल डिफेंस के तत्वधान में आयोजित कर रहे हैं जिसका विषय वरिष्ठ जन है इसमें हम विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं नृत्य,संगीत और चित्रकला इन सभी में भाग लेने वालों को उनको कला प्रदर्शन करने का मौका एवं उचित पुरस्कार दिए जाएंगे इस वेबीनार में अतिथि रूप में प्रताप सोमवंशी जो की एक प्रसिद्ध कवि है और लेखक है उन्होंने अपनी कविताएं जिनकी पंक्तियां “दिल्ली का यह घर तो फ्लैट ही लगता है अम्मा बाबूजी आ जाए तो घर लगता है” वृद्धजनों को समर्पित की, ने कहा कि की अगर हम समाज में वरिष्ट जनों का सम्मान चाहते हैं, तो हमें यह बात याद रखनी होगी इस की शुरुआत हमारे घर से ही होनी चाहिए और यह दिन सभी के जीवन में आना है जब तक हमारे बच्चे हमें अपने माता-पिता का सम्मान करते हुए नहीं देखेंगे तो वह यह सीख नहीं पाएंगे तो शुरुआत घर से ही होनी चाहिए,


कार्यक्रम के वक्ता वरिष्ठ जन ही थे जिसमें श्रीमती कल्पना सिंह उन्होंने मथुरा में रह रही वृद्ध महिलाओं के बारे में इस कोरोनाकाल के समय क्या- क्या हुआ वह बताया कविता जिसके माध्यम से उन्होंने माता के दुख को व्यक्त किया कि जब संतान उनके दुख का कारण बनती है तो कैसे दुआएं बस दुआओं में बदल जाती हैं इस कार्यक्रम में रिटायर्ड विंग कमांडर योग्य शर्मा और श्री बीके बेन रहे कहा कि वरिष्ठ जनों के लिए यह एक अच्छी पहल है इससे जोड़कर वह आपने भावनात्मक बातों को कह सकते हैं अपनी समस्याओं का समाधान भी ले सकते हैं संस्था के अध्यक्ष मनीष कुमार कहा कि यह एक समाज में एक प्रथा है की बूढ़े मां बाप को वृद्ध आश्रम में लोग छोड़कर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त होते हैं और इसमें सिर्फ भावनात्मक लगाव नहीं है यही कारण है कि यह बढ़ रहा है हमारी कोशिश है कि हम कला के माध्यम से लोगों को समाज को हमारे वरिष्ठ जनों का महत्व पहुंचा पाए!