कोरोना वैश्विक संकट काले बादल अभी खत्म नही हुए है…

कोरोना वैश्विक संकट काले बादल अभी खत्म नही हुए है। – खबरी लाल
ताऊ – राम -राम खबरीलाल , तुम्हारी सवारी कहाँ से आ रही है।
सुनो सुनो चौपाल बासियो ध्यान से सुनो हम सभी का प्यारा व सच्चा साथी खबरी लाल आ गया है । खबरी लाल – राम राम ताऊ कैसे है आप चौपाल वासी । ताऊ – हम सभी ठीक है ‘ सब कुशल मंगल है । तुम अपना सनाऊ खबरी लाल ।
खबरी लाल – “जब तक दवाई नही ‘ तब तक नही कोई ढिलाई ”
ताऊ – खबरी कैसी बाते कर रहे हो तुम । अभी तो पर्व – त्योहार का मौसम की बहार आने बाली है, दिवाली और दिवाली अपने संग कई त्योहार ले कर आती है ।अपने संग सुख शांति समृद्धि भाईचारे का संदेश लेकर आते हैं ।इसलिए खबरीलाल तुम भी शुभ घड़ी मे शुभ – अच्छी बातें करो|
खबरी लाल – ताऊ कैसे मनाऊँ मै दिवाली ‘ आज भारत ही नही वरन सम्पूर्ण विश्व कोरोना जैसी बैश्विक संकट के काले बादल से चारो ओर अंधकार का साम्राज्य छाया हुआ है।
ताऊ – खबरी लाल तुम्हारी बाते सही है। तुम तो स्पष्टवादी व हम सभी के सच्चे मित्र हो । हमारी भलाई की दिन रात तुम जगह जगह नई सुचनाऍ नई जानकारीयॉ नई समाचार एकत्रित कर हम चौपाल वासियो तक पहुँचते रहते हो । तुम्हारा तो हम चौपाल बासी पुरे हफ्ते इंतजार करते है । हमारा खबरी लाल कब आयेगा ‘ अपने संग देश दुनिया की ताजा तरीन समाचार , सुचना लायेगा । त्योहारो के इस मौसम मे सारी तैयारियो व सावधानी के सम्बध वासियो को बताओ ।
खबरी लाल – आप सभी कैसे है । आप सभी को मालुम होना चाहिए कि कोरोना अभी खत्म नही हुआ है ‘ और ना ही इसकी दवाई आई है। इसलिए कोरोना रूपी काल से बचने के लिए हम सभी को अभी भी सावधानी बरतनी होगी ।
ताऊ – हॉ खबरी लाल हमारे चौपाल बाले इस मामले मे समझ दार है शहर के पढे लिखे पश्चिमी सभ्यता के पक्षधर से ‘ ।
खबरी लाल – क्या ताऊ आप कैसी बात कर रहे हो ‘ कोरोना ने तो सभी लोगो को अपना शिकार बना है! चाहे वह गॉव के लोग हो या शहर के । आप शहर व गॉव के लोग के लिए क्या नई राग अलाप रहे है ।
ताऊ – खबरी लाल तुम तो बुरा मान गये। मै गॉव व शहर के बीच कोई लड़ाई नही करवा रहा हुँ !
तुम्हारे संग रह कर मुझे भी सही व सच कहने की हिम्मत हो गई। सच को आँच काहे का ।
खबरीलाल – अच्छा ताऊ बताओ क्या शहर के लोगो के बारे मे बता रहे थें !
ताऊ – कल मै चौपाल वासियो के संग दिल्ली गये थे । जैसे मेट्रो स्टेशन पर पहुॅचे वाला लम्बी लम्बी कतार मे खडे थे ‘ मै तो डर रहा था । एक वार तो मैंने सोचा कि चलो वापस अपने गॉव लौट चलते हैं लेकिन चौपाल वासियों के अनुरोध व हिम्मत दिलाने पर मैं तैयार हो गया मेट्रो में बैठ बैठ गया ।खबरीलाल -फिर क्या हुआ ताऊ बताओ तो सही
ताऊ -क्या बताऊं खबरीलाल ।जैसे ही दिल्ली के बाजार में गया वहां देखे हम सभी चौपाल वासी दंग रह गए ।बाजार में पैर रखने तक की जगह नहीं थी ।सब लोग एक दूसरे से सटके चले जा रहे थे ।किसी ने मास्क भी सही तरीके से नहीं पहना नहीं था । शहर वाले तो अपने आप को पढ़े लिखे और समझदार समझते हैं । रेलम रेला -पेलम पेला मचा रखा था। वही मैडम लोग गोलगप्पे दही भल्ले पापड़ी की दुकान में ठुस ठुस कर खा रही थी । मुझे व चौपाल वासियो को देख कर अपनी नाक – मुॅह अजीब सी बना रही है। कुछ स्मार्ट महिलाये वस्त्र व परिधानो से सुसज्जित व संभ्रात परिवार की थी वही कुछ पश्चिमी सभ्यता के अंध समर्थक थी जो हमे व चौपाल वासियो को एंगित करते हुए अंग्रेजी मे घिसीट पीटीर बोल कर हँसी जा रही थी ।
कुछ के हाथो मे मोटे लम्बे पाईप सी धुआ उपर आसमान की ओर फेक रही थी।खबरी लाल – ताऊ आज कल आप को गोरी मेम भाने लगी है। आप व आप के चौपाल वासी भी अंग्रेजी बोलने व समझ ने लगें है।
ताऊ – खबरी लाल गॉव के सीधे साधे लोग है लेकिन इसका अर्थ तो ये नही कि मुझे अंगेजी नही आती है या समझ नही आती । भले ही हम अंग्रेजी मे बात नही करते है क्योकि हिन्दी हम सभी की मातृभाषा है।
खबरी लाल -इसमें क्या हुआ ताऊ जो आप इतना नाराज हो गए ।ताऊ – तुम तो समझदार हो कभी ना लेकिन तुम भी उन्हीं का पक्ष लेतो हो । देखो कोरोना अभी गया नहीं । हमें तो रेडियो पर टीवी पर मोबाइल पर 2 गज की दूरी रखने को कहते हैं ।जब तक दवाई नहीं तब तक कोई डिलाई ही नहीं ।
और तो और देखो ना बिहार में तो यह राजनेता जो देश को चलाने के लिए चले वह अपना चुनाव करवा रहे हैं ।इसमें तो देश के सर्वोच्च नेता जिसको हम देश की जनता ने सता की बागडोर सौप रखी है। वे इस संकट की घडी मे देश व जनता को संभालने की जगह वह भी बिहार की सता पर विराजमान होने हेतु चुनाव रैली करते हैं ।
अरे छोड़ो खबरीलाल हम आपस में क्यों लड़ाई करें ।वह भी त्योहारों के मौसम में ।
खबरी लाल -ताऊ हां भले सभी सीधे-साधे हो लेकिन बहुत समझदार हो गया ।जहां तक कोरोना का सवाल है । हाँ ताऊ आप दिल्ली के किस बाजार मे दिवाली की खरीददारी करने गये । ताऊ – हम सरोजनी नगर ‘ लाजपत नगर . चॉदनी चौक से गये थे लेकिन सभी जगह एक सा ही नजारा देखने को हम सभी को मिला ‘ ।खबरी लाल – ताऊ आप ने अपने व अपने चौपाल वासीयो के लिए बहुत ही अच्छा निणर्य लिया । इस नेक कार्य के लिए आप सभी को बहुत – बहुत बधाई । जहाँ भीड भाड की बात है। यह बात सही है। लोग के मन मे अब कोरोना के प्रति भय बिलकुल ही नही है। वह इतने लाप्रवाह हो गये है। परिणाम आज हमारे समाने है दिल्ली मे तो 7000 से अधिक कोरोना के मामले प्रति दिन आ रहे है। स्वंय दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डा0 सतेन्द्र जैन ने कहा है अभी हम लोग कोरोना संकट के तीसरे चरण खतरनाक दौर से गुजर रहे है। आवशकता है हम सभी को सावधानी वरतने की । हालाकि ताऊ हम सभी सौभाग्य शाली है क्योकि कोरोना से रिकवरी रेट 92% से अधिक है मृत्यु दर 3.5% के आस पास है। ऐसे मे सावधानी रखने ‘ लोगो को जागरूक बनाने की । ताकि कोरोना के अप्रत्याति युद्ध को हारा कर विश्व के मानचित्र मे अपनी उपस्थिति दर्ज करा सके ।
हाँ ताऊ एक बात और हम लोग दो तीन दिनो से दिल्ली एन सी आर के लोग एक नये संकट का समाना कर रहे है । जिसका नाम वायु प्रदुषण है ।
ताऊ – हॉ खबरी लाल सुबह जब हम चौपाल वासियो के संग सैर करने निकलते है तो घने काले कोहरे दिखाई देते है। जिसके कारण हम . थोड़ी दुर भी दिखाई नही देती है ‘ स्वासे लेने भी काफी परेशानी होती है।
खबरी लाल – हॉ ताऊ आप जिस घने काले कोहरे की बात कर रहे है । वह कोई घना कोहरा नही है ब्लकि प्रदुषित हवा के हम सभी को कुछ नजर नही आती है । इसके लिए आज एन जी टी की मीटिग भी है । सर्वोच्च न्यायलय ने दिल्ली व केन्द्र सरकार को फटकारा लगाते हुए कुछ गाईड लाईन भी जारी की है।
दिल्ली सरकार ने इसी संकट को ध्यान मे रख किसानो को पराली को ना जलाने व मुफ्त एक घोल उपलब्घ कराने का प्रयास है तथा दिवाली व अन्य त्योहार मे पटाखे ना चलाने / विक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगा दी । ताकि दिल्ली वासियो को राहत मिल सके ।ताऊ – ये अच्छी कदम है दिल्ली सरकार की । इसका अनुकरण तो अन्य राज्यो को भी करना चाहिए । दिवाली को संदर्भ मे कुछ बताऊ ना खबरी लाल ।
खबरी लाल – अभी नही ताऊ मुझे कही और जाना जल्दी ही सारी जानकारी के साथ उपस्थित होगे। अभी आप व चौपाल वासियो से विदा लेता हुँ
ना काहू से दोस्ती ‘ ना काहू से बैर
खबरी लाल मांगे सबकी खैर ‘