स्वीकार करो मेरा नमन, बंदन ब अभिनन्दन

विनोद तकिया वाला
मैं नत मस्तक हूँ…
भारत के जनमानस के समक्ष….
जनमानस … जिसे बरगलाने में राहुल- ममता- माया – ओबैसी – जाति- धर्म के ठेकेदारों ने कोई कमी नहीं छोड़ी…
मैं नत मस्तक हूँ…..
काल के कपाल के समक्ष…..
कपाल… जिस पर आज मेरे भारत की नई इबारत लिखी गई….
मंदिर के घण्ट ध्वनि -शंख ध्वनि सा
 उद्घोष सुनाई पड़ने लगा है मुझे…
मैं नत मस्तक हूँ ….
इस विजय यात्रा में बिछुड़े शहीद साथियों के समक्ष…
शहीद साथी…जिन्होंने आत्मोसर्ग सा उच्चतम योगदान दिया….
आज के परिणामों मे भगवा रंग के चित्रकार वही हैं…. वही हैं…
मैं नत मस्तक हूँ…
महा प्राण… महानायक …. भारत की अस्मिता के प्रतीक… मोदी जी के समक्ष….
मोदी जी …. अद्भुत विचार… कर्मठ कार्यशैली…. निर्भीक व्यक्तित्व … और सकारात्मक सोच का संगम..
मोदी जी को गंगा पुत्र कहूँ या
भारत पुत्र…. भारत का नायक मानूँ… या वैश्विक नायक…
पुरातन मूल्यों का पारखी कहूँ …. या गौरव के नए अर्थों को धड़ता पथिक….
मोदी… नए युग के सूत्रधार…
तुम्हारा वन्दन…अभिनन्दन ….
मैं नत मस्तक हूँ….
स्वीकार करो  मेरा नमन ,बदन व अभिनन्दन
स्वीकार करो  मेरा नमन , बंदन व अभिनन्दन