RSS के कार्यक्रम में क्या बोल सकते हैं प्रणब मुखर्जी

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज शाम को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. इसके लिए प्रणब बुधवार को ही नागपुर पहुंच गए थे. प्रणब के संबोधन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर वह वहां पर क्या बोलेंगे.

इस बीच प्रणब मुखर्जी के दफ्तर के सूत्रों की मानें तो प्रणब का 20 मिनट का भाषण मिला-जुला रहेगा. जिसमें प्रणब संघ की तारीफ कर सकते हैं और उसके कामों का बखान करेंगे. जिसमें संघ की संगठनात्मक शक्ति के बारे में बताएंगे. प्रणब का पूरा भाषण तीन मुद्दों के इर्द-गिर्द घूमेगा. जिसमें राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर जोर होगा. प्रणब आज के समय के राजनीतिक माहौल पर भी अपनी बात रख सकते हैं.

इसके अलावा प्रणब संघ के स्वयंसेवकों को देश की सेक्युलर वैल्यू और संविधान की विशेषताओं के बारे में बताएंगे. प्रणब बताएंगे कि संविधान किस तरह देश में सेक्यूलर मूल्यों की बात करता है. कुल मिलाकर प्रणब का भाषण पूरी तरह से बैलेंस वाला होगा.

गौरतलब है कि प्रणब मुखर्जी के संघ के कार्यक्रम में जाने का विरोध उनकी ही बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी कर चुकी हैं. उनके अलावा कई कांग्रेस दिग्गज भी इस दौरे पर सवाल उठा चुके हैं. कई कांग्रेसी नेताओं ने कहा था कि हमें ये देखना होगा कि वह क्या बोलते हैं.

  • Youtube

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज शाम को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. इसके लिए प्रणब बुधवार को ही नागपुर पहुंच गए थे. प्रणब के संबोधन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर वह वहां पर क्या बोलेंगे.

इस बीच प्रणब मुखर्जी के दफ्तर के सूत्रों की मानें तो प्रणब का 20 मिनट का भाषण मिला-जुला रहेगा. जिसमें प्रणब संघ की तारीफ कर सकते हैं और उसके कामों का बखान करेंगे. जिसमें संघ की संगठनात्मक शक्ति के बारे में बताएंगे. प्रणब का पूरा भाषण तीन मुद्दों के इर्द-गिर्द घूमेगा. जिसमें राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर जोर होगा. प्रणब आज के समय के राजनीतिक माहौल पर भी अपनी बात रख सकते हैं.

इसके अलावा प्रणब संघ के स्वयंसेवकों को देश की सेक्युलर वैल्यू और संविधान की विशेषताओं के बारे में बताएंगे. प्रणब बताएंगे कि संविधान किस तरह देश में सेक्यूलर मूल्यों की बात करता है. कुल मिलाकर प्रणब का भाषण पूरी तरह से बैलेंस वाला होगा.

गौरतलब है कि प्रणब मुखर्जी के संघ के कार्यक्रम में जाने का विरोध उनकी ही बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी कर चुकी हैं. उनके अलावा कई कांग्रेस दिग्गज भी इस दौरे पर सवाल उठा चुके हैं. कई कांग्रेसी नेताओं ने कहा था कि हमें ये देखना होगा कि वह क्या बोलते हैं.

इसे पढ़ें… भागवत संग चाय पर चर्चा, स्वयंसेवकों को मंत्र, पढ़ें नागपुर में प्रणब का पूरा कार्यक्रम

जो बोलना है नागपुर में बोलूंगा- प्रणब मुखर्जी

इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस के नेताओं ने ये नसीहतें दी कि वो क्या बोलें और क्या न बोलें. हालांकि प्रणब मुखर्जी ने इन सबको दो टूक जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘मुझे जो बोलना होगा, मैं वहीं बोलूंगा. और नागपुर में जाकर ही बोलूंगा. मेरे पास कई चिट्ठियां और फोन कॉल आए हैं. मैंने किसी का जवाब नहीं दिया है.’

इस इवेंट का क्या मकसद?

गौरतलब है कि गर्मियों के दौरान आरएसएस पूरे देश में अपने स्वयंसेवकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है. तृतीय वर्ष का अंतिम प्रशिक्षण शिविर संघ के मुख्यालय नागपुर में आयोजित किया जाता है. अक्सर तृतीय वर्ष प्रशिक्षण हासिल करने के बाद ही किसी स्वयंसेवक को आरएसएस का प्रचारक बनने के योग्य माना जाता है.