वृन्दावन कॉरिडोर के दोनों ओर बसेगी हेरिटेज सिटी

पर्यटन के साथ साथ प्रॉपर्टी और कारोबार में भी आएगा बूम

— हेरिटेज सिटी का प्रस्ताव आगामी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।
— पीपीपी मॉडल के तहत हेरिटेज सिटी किया जाएगा विकसित।

श्री बाँके बिहारी जी के श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। यमुना एक्सप्रेस वे को अब सीधा मंदिर से जोड़ने के लिए कॉरिडोर बनाया जायेगा। यूपी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को हाई कोर्ट की तरफ से मंजूरी मिल गई है। इस कोरिडोर के बनने के बाद एक बार में तकरीबन 10 हजार श्रृद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही यमुना एक्सप्रेस वे के दोनों ओर हेरिटेज सिटी का भी रास्ता साफ हो जायेगा। बताया जा रहा है कि हेरिटेज सिटी सुन्दर इमारतों के साथ ही खान पान व लोगों की जरूरतों से सम्बंधित अन्य सभी सुविधाओं से सुसज्जित होगी। जिसकी रिपोर्ट यमुना विकास प्राधिकरण की तरफ से तैयार कर ली गयी है। श्रद्धालु बढ़ेंगे तो क्षेत्र में पर्यटन विकास को भी रफ्तार मिलेगी। होटल, खान-पान उद्योग फले-फूलेगा। परिवहन के साधनों का भी और अधिक विस्तार होगा।

वृंदावन कॉरिडोर की खासियत
यमुना विकास प्राधिकरण वृंदावन को अपने क्षेत्र में लाने की योजना बना रहा है। इसकी रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। ग्रेटर नोएडा शहर से वृंदावन को जोड़ने के लिए एक प्लान तैयार किया गया है। इस प्लान के मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे को सीधा वृंदावन बांके बिहारी मंदिर से जोड़ा जाएगा। इसके लिए वृंदावन कॉरिडोर बनेगा। जिसकी लंबाई 7 किलोमीटर होगी। यह कॉरिडोर 6 लेन का होगा और 100 मीटर चौड़ा होगा। इस वृंदावन कॉरिडोर के लिए हाई कोर्ट से मंजूरी मिल गई है।

वृंदावन कॉरिडोर के दोनों तरफ हेरिटेज सिटी का होगा निर्माण
कॉरिडोर के दोनों तरफ एक-एक किलोमीटर जमीन का अधिग्रहण करके वहां हेरिटेज सिटी को बसाया जायेगा। यमुना विकास प्राधिकरण ने इसका प्लान तैयार कर लिया है। हेरिटेज सिटी का प्रस्ताव आगामी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। जहां से इसको मंजूरी मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने इसे पेश किया जाएगा। बताया जा रहा है कि बोर्ड बैठक में हेरिटेज सिटी के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद यमुना विकास प्राधिकरण जमीन का अधिग्रहण शुरू कर देगा। कॉरिडोर के दोनों ओर तमाम तरह कि गतिविधियां होंगी। यहां एक म्यूजियम बनाया जाएगा। जिसमे द्वापर काल के नंदगांव, बरसाना, गोकुल समेत करीब छह गांव विकसित किए जायेंगे।साथ ही वहां की संस्कृति को दर्शाया जायेगा।

एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि हेरिटेज सिटी बनने और वृन्दावन तक कोरिडोर बनने से यकीनन निवेशकों और कारोबारियों का ध्यान तेजी से इस ओर जायेगा। इसमें एक तरफ दिल्ली, नोएडा, गुडग़ांव, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा से आकर लोग बसेंगे तो दूसरी तरफ आगरा, अलीगढ़, मथुरा एवं बुलंदशहर की तरफ से लोग निवेश करने एवं रहने के लिए इच्छुक होंगे।

मिग्सन ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर यश मिगलानी ने बताया कि बाँके बिहारी मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी है, ऐसे में कोरिडोर के निर्माण से श्रृद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी ही। ऐसे में पर्यटन और पर्यटक दोनों ही बढ़ेंगे, जाहिर है इससे इकोनॉमी पर सकारात्मक असर पड़ेगा। और मथुरा वृन्दावन के साथ साथ आस पास की जगह विकसित होने के साथ निवेश भी बढ़ेगा।

काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि यमुना एक्सप्रेस वे से बांके बिहारी मंदिर को जोड़ने वाला ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे निश्चित तौर पर मथुरा और आगरा में रहने वाले उन लोगों को भी आकर्षित करेगा जो एनसीआर में रहना चाहते हैं। इससे रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी आएगी और निवेश भी बढ़ेगा। जिसका सीधा असर यहां के विकास पर पड़ेगा। विकास में तेजी आएगी।