आज शाम चंद्रमा पर भारत का ऐतिहासिक कदम, जानें क्यों अहम होंगे अंतिम 17 मिनट?

40 दिनों की लंबी यात्रा के बाद चंद्रयान-3 का लैंडर चंद्रमा की सतह पर इतिहास बनाने को तैयार है… ये लंबी यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है, जिसकी सबसे अहम प्रक्रिया लैंडिंग की है जो बहुत नाज़ुक और जटिल है… इसमें सबसे अहम अंतिम 17 मिनट होंगे… जिन्हें इसरो के वैज्ञानिक 17 मिनट्स ऑफ टेरर यानी 17 मिनट का आतंक बता रहे हैं… अगर सबकुछ उम्मीद के मुताबिक रहा तो आज जैसे ही शाम के 6 बजकर 4 मिनट होगें, भारत का चंद्रयान चांद की सतह पर लैंड करना शुरू करेगा… इसी दौरान भारत के मून मिशन को अंतिम 17 मिनट में प्रवेश करना होगा… ये वो वक्त होगा जब चंद्रयान-3 की चांद पर लैंडिंग होगी… और पहले जो चंद्रयान-3 अंतरिक्ष में 40 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रहा था… अब वह लैंडिंग कछुए की गति से भी कम स्पीड में करेगा… चंद्रयान-3 की लैंडिंग 1 से 2 मीटर प्रति सेकेंड की गति से होगी… ताकि क्रैश होने की संभावना न के बराबर रहे… लैंडर विक्रम चांद की सतह पर अपने कदम रखेगा और उतरने के बाद अपना काम शुरू करेगा… लैंडिग से पहले आप लाइव ट्रैकर के जरिए चंद्रयान-3 की पल-पल की लोकेशन देख सकते हैं… चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण शाम 5 बजकर 27 मिनट से शुरू हो जाएगा… इसे इसरो की वेबसाइट isro.gov.in, YouTube और Facebook के साथ-साथ डीडी नेशनल टीवी चैनल पर देखा जा सकता है…