33 साल की सुनवाई के बाद किसान नाबालिग घोषित, 53 की उम्र में हुआ बरी

10 साल की उम्र में एफआईआर, 43 साल बाद हुआ दोषमुक्त… यह मामला बिहार से सामने आया है… बक्सर जिले के डुमरांव थाने के चौगाई के रहने वाले श्याम बिहारी सिंह पर 10 साल की उम्र में एक केस दर्ज हुआ था… यह केस साल 1979 में डुमरांव के एक थाने में दर्ज हुआ था… इस मामले में कोर्ट ने अब फैसला सुनाया है… उचित साक्ष्य नहीं मिलने की वजह से न्यायालय ने श्याम बिहारी को रिहा कर दिया… और अब उनकी उम्र 53 साल है… बताया जा रहा है कि जब केस दर्ज हुआ था तो श्याम बिहारी नाबालिग थे… लेकिन देश की लचर कानून व्यवस्था की वजह से उन्हें लगभग 33 साल तक यह केस लड़ना पड़ा… उनके खिलाफ सात सितंबर, 1979 को एक दुकान में मारपीट करने , फायरिंग और हत्या के प्रयास के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई थी… अदालत में इस केस की सुनवाई लगभग 43 वर्षों तक चलती रही… हालांकि, श्याम बिहारी ने अपनी उम्मीद नहीं छोड़ी… इस केस की सुनवाई किशोर न्यास परिषद में हो रही थी… इससे पहले यह मामला एसीजेएम कोर्ट में था… लेकिन, एक नवंबर, 2012 को एसीजेएम द्वितीय के न्यायालय से ट्रांसफर होकर केस की सुनवाई किशोर न्यास परिषद में शुरू की गई थी…