निरंजन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी प्रज्ञानंद सरस्वती जी महाराज का मुंबई में आगमन

मुंबई : निरंजन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी प्रज्ञानंद सरस्वती जी महाराज का गुरूवार को मुंबई में आगमन हुआ। जहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। उनके दर्शन के लिए भक्तों में भारी उत्साह और प्रेम का भाव छलक रहा था। वहीँ स्वामी जी के साथ साथ आदर्श ब्राह्मण फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष उपाध्याय भी मौजूद रहे। स्वामी जी वरिष्ठ भाजपा नेता एवं उद्योगपति चंद्रशेखर शुक्ल के घाटकोपर स्थित उनके निवास स्थान पहुंचकर उनके परिवार को आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर स्वामी जी ने अपने प्रवचन में कहा कि,”हमारे हिन्दू समाज में ब्राह्मणो के प्रति द्वेष कि भावना उत्पन्न करने में सर्वाधिक भूमिका मुग़ल और अंग्रेजों की ही रही, जो आज भी हमारे हिन्दू समाज में एक बड़ी समस्या बनी हुयी है। हमारे सनातन धर्म ने कभी भी जाती – पाती में भेदभाव नहीं सिखाया। सिर्फ वर्ण-आश्रम के अनुसार उन्हें चार भागों में बनाया गया जिसे ब्राह्मण, छत्रिय, वैश्य और हरिजन कहा गया। मुग़ल और अंग्रेजों के भारत आने से पहले ये सभी समाज आपस में प्रेम से रहते थे। कोई किसी से जाती के नाम पर द्वेष का रत्ती भर भी भाव नहीं रखता था। किन्तु इसे अब हमें ही सुधारना होगा।” वहीँ स्वामी जी ने कहा कि “हम मथुरा वृन्दावन में चारों वेद की एक यूनिवर्सिटी बनवाने जा रहे हैं। जहाँ से बच्चे हमारी संस्कृति को सीखेंगे भी और उसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के विद्याओं को प्राप्त भी कर पाएंगे। यहाँ से बच्चे पढ़कर वैज्ञानिक, डॉक्टर और इंजीनियर भी बन पाएंगे। इस यूनिवर्सिटी में लगभग १२ हजार कमरे बनेंगे जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा।“