जातीय जनगणना को लेकर बिहार की सियासत में क्या सत्ता परिवर्तन की बुनियाद रखी जा रही है… जेडीयू जातीय जनगणना के मुद्दे से अपने कदम पीछे खींचती नहीं दिख रही है… और आरजेड़ी इस मुद्दे पर जेडीयू के साथ है जबकि नीतीश सरकार में शामिल बीजेपी अपने पत्ते नहीं खोल रही है… ऐसे में क्या बिहार में खेला हो सकता है, क्योंकि आरजेडी ऐसे ही सियासी संदेश दे रही है… बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए जातीय जनगणना का मुद्दा राजनीति रूप से अहम है… ऐसे में वो इस मुद्दे को किसी भी हालत में आरजेडी को नहीं सौंप सकते… आरजेडी ने सूबे की सियासी लड़ाई और नीतीश कुमार की नब्ज को समझते हुए दांव चल दिया… आरजेडी ने साफ संदेश दिया है कि अगर जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी उनके साथ नहीं है तो चिंता की बात नहीं हम आपके साथ है… आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नीतीश कुमार को जातिगत जनगनणना के वादे पर आगे बढ़ना चाहिए और यदि कोई मंत्री उनकी बात नहीं मानता है तो हटा देना चाहिए… उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार के सामने कोई संकट आता है तो आरजेडी साथ देने को तैयार है…