बच्चों की लेखन कार्यशाला का समापनः

95 बच्चों ने बनाई हस्तलिखित पुस्तकें
हस्तलिखित पत्रिका खटीमा प्रहरी का हुआ लोकार्पण

खटीमा। अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, उत्तराखंड बाल कल्याण एवं बालसाहित्य संस्थान खटीमा तथा भारत ज्ञान विज्ञान समिति उधमसिंहनगर द्वारा राणा प्रताप इंटर कालेज खटीमा में 1 जनवरी से प्रारंभ बच्चों की 5 दिवसीय लेखन कार्यशाला का समापन खटीमा फाइबर्स में आयोजित समारोह में हुआ। समापन समारोह में खटीमा के विभिन्न स्कूलों के 95 बच्चों द्वारा बालप्रहरी, बाल मन, बाल भारती, बाल दर्पण , बालिका स्वर, नव ज्योति, बाल कुटुंब आदि नामों से तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी विषेश आकर्षण का केंद्र रही। समापन समारोह में भारत ज्ञान विज्ञान समिति उधमसिंहनगर के जिला सचिव नरेंद्र रौतेला द्वारा संपादित हस्तलिखित पत्रिका ‘खटीमा प्रहरी’ का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर आयोजित बाल कवि सम्मेलन में अनुराग यादव, सौरभ तिवारी, गौरव सनवाल, आयुश चंद नीलिमा राना, अंजलि राना,श्रेया जोषी, हर्शित जोषी,अदिति राना,दीपक मौर्या,नमन शर्मा , विवेक कुमार आदि ने स्वरचित कविताएं सुनाई। बाल कवि सम्मेलन की अध्यक्षता डायनेस्टी मार्डन गुरूकुल एकैडमी के कक्षा 7 के हर्षित जोशी ने की। संचालन डायनेस्टी मार्डन गुरूकुल एकैडमी की कक्षा 8 की छात्रा श्रेया जोशी तथा नोजगे पब्लिक स्कूल के कक्षा 7 के छात्र आयुष चंद ने संयुक्त रूप से किया। बालप्रहरी के संपादक उदय किरौला द्वारा लिखित तथा निर्देशित नुक्कड़ नाटक ‘‘मोबाइल टन टना टन टन’’के माध्यम से बच्चों ने आज की मोबाइल संस्कृति को उजागर किया। रवि कुमार के निर्देशन में बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बच्चों ने कुमाउनी झोड़ा, समूह गीत ‘ज्ञान का दिया जलाने’ तथा‘मैं तुमको विश्वास दूं’ प्रस्तुत किए।


आज सुबह बच्चों ने राणा प्रताप इंटर कालेज से खटीमा फाइबर्स तक पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली। बच्चों ने अखबार से बनाए मुकुट पर पर्यावरण जागरूकता के नारों के माध्यम से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास किया। बच्चों ने खटीमा फाइबर्स कारखाने में कागज बनने की प्रकिया को जाना।
कार्यक्रम की शुरुआत ‘‘ ज्ञान का दिया जलाने’’ समूह गीत से हुई। प्रारंभ में भारत ज्ञान विज्ञान समिति उधमसिंहनगर के जिला सचिव नरेंद्र रौतेला ने सभी का स्वागत किया। कार्यशाला के मुख्य संयोजक बालप्रहरी के संपादक उदय किरौला ने बताया कि अभी तक वे बच्चों की लगभग 285 कार्यशाला देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित कर चुके है। खटीमा में विगत 17 वर्षो से लगातार 5 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बालप्रहरी ने अभी तक 304 कार्यशाला ऑनलाइन आयोजित की है। जिनमें भारत के 16 राज्यों के लगभग 1600 बच्चे ऑनलाइन प्रतिभाग कर चुके हैं। अंत में उत्तराखंड बाल कल्याण एवं साहित्य संस्थान खटीमा के अध्यक्ष डॉ. महेंद्रप्रताप पांडे ने सभी का आभार व्यक्त किया। समूचे कार्यक्रम का संचालन सिटी कांवेंट स्कूल के कक्षा 7 के छात्र गौरव सनवाल ने किया। समारोह की अध्यक्षता गीता राम बंसल ने की । मुख्य अतिथि डॉ आर सी रस्तोगी ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए बच्चों को प्रमाण पत्र बांटे ।
इस अवसर पर श्रीमती गीता पुष्कार धामी,रूपचंद्र शास्त्री, राज किशोर सक्सेना, पूरन बिष्ट, जगदीश पंत, मीना मेहरा, मनीषा कल्पाशी, राम रत्न यादव, मीना कुमारी, मंजू राणा, वंशिका, शीतल राणा, लक्ष्मी कांत लोहनी, विनोद जोशी, क्षिप्रा जोशी आदि उपस्थित थे। कार्यशाला में खटीमा के 16 स्कूलों के 95 बच्चों ने प्रतिभाग किया। सर्वश्री गीता राम बंसल, सोनी मेहरा, डां सी एस जोशी, श्वेता पाठक, डां जे के पंत ‘कुमुद’, नरेंद्र रौतेला डा महेंद्र प्रताप पांडे ‘नंद’,मीआ मेहरा, शीतल राणा, सिमरन कौर, मनीषा कल्पाशी, बालकृष्ण थापा, विनोद कुमार जोशी, राजकिशोर सक्सेना, रवि कुमार, राम रतन यादव आदि ने बतौर संदर्भदाता सहयोग किया।