उत्कर्ष उपाध्याय
वर्ष 2020 जिस प्रकार नए दशक की शुरूआत लेकर आया, उतना खास रहा नहीं क्योंकि जनवरी अंतिम तक एक वैश्विक महामारी भारत की सर ज़मीन पर अपने पैर पसारने शुरू कर चुकी थी । जी हां, कोरोना न वर्ष 2020 को शुरुआत से ही खोकला करने का खाका तैयार कर लिया था । वहीं देश की राजधानी दिल्ली में उन दिनों चुनावी मौसम चरम पर था उसी दौरान उग्र प्रदर्शन व दंगों की चिंगारी भी भड़की हुई थी ।
इस वर्ष सीबीएसई की 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाएं फरवरी मध्य से प्रारंभ हो गई थी परंतु पूरे देश में कोरोना का आतंकमयी भय और राजधानी में असंयमित हो रहे दंगों के परिणामस्वरुप परीक्षाओं को स्थगित कर तारीखों में बदलाव किया गया था । परंतु कोरोना के कालखण्ड में अत्यधिक वृद्धि होने की वजह से तारीख बढ़ती गई । जहां पिछले वर्ष समय से पूर्व बोर्ड की कॉपियां चेक कर परिणाम रिकॉर्ड टाइम में घोषित कर दिए गए थे वहीं इस वर्ष परीक्षाएं ही पूरी नहीं हो पाई हैं ।
इस काल-परिस्थिति में जिस बात को अमल में लाना है वह है कि हमारी जिंदगी कोरोना के ईद-गिर्द सिमटकर नहीं रहनी चाहिए और इसका सामना कर इसे परास्त करने का हौसला रखना चाहिए । गत सोमवार मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 10वीं व 12वीं कक्षा की शेष सभी परीक्षाओं की तिथि की घोषणा की । परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के मध्य आयोजित की जाएंगी | दिल्ली दंगा प्रभावित उत्तर पूर्वी जिले में दसवीं की परीक्षाएं छूट गईं थी उसकी भी तिथि की घोषणा की गई है । परीक्षा केन्द्र के सवालों पर निशंक ने बताया कि बची हुई परीक्षा छात्रों के स्कूलों में ही करवाएगी ताकि उन्हें ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े ।
सुबह 10:00 बजे से परीक्षाएं होंगी प्रारंभ । मंत्रालय के अनुसार दसवीं की परीक्षाएं उत्तर पूर्वी जिले के छात्रों के लिए आयोजित की जाएंगी जबकि 12वीं की शेष सभी परीक्षा देशभर के सभी छात्रों के लिए होंगी ।सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में हैंड सेनीटाइजर लेकर जाना अनिवार्य होगा और उन अपनी नाक को उचित रूप से कपड़े या मास्क के प्रयोग से ढ़क कर रखना अति आवश्यक होगा ।