73वां स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को प्रधानमंत्री के नरम गर्म भाषणों के साथ शुभकामनाओं ।

विनोद तकिया वाला
दिल्ली के लालकिले के  प्र।चीर  से सुबह 7:50 देश के गरीब दलित से ले कर मुस्लिम महिलाओं की चिंता से आरम्भ हुआ भाषण, जिसमे देश मे पानी की कमी की चिन्ता और देश मे बढ़ती जनसंख्या पर चिंता , एक देश एक संविधान लागू करने की चिंता , एक हास्यपद भाषण राजनीत में बढ़ती भाई भतीजावाद, भृष्टाचार,पर चिंता , परन्तु इनकी अपनी पार्टी के सहयोगी पार्टियों में सब से अधिक देखने को मिल रहा  है – भृष्टाचार इनकी पार्टी के लोगों में सब से अधिक देखने को मिल रहा है – इनकी वर्तमान सरकार अपना वर्चस्व इस प्रकार आम जनता पर दबाव बना रही है जैसे स्थानीय मवाली, गुंडागर्दी, कर अपने मोहल्ले में वर्सचव कायम करना चाहता हो, आम गरीब जनता विशेष कर मुस्लिम , क्रिश्चन, सिखों और बुद्धिष्टों को अधिकार मिलना तो दूर वह तो अपना अधिकार पाने के लिये सोंच भी नहीं सकता । रेलवे की स्थिति यह है कि हर ट्रेन लेट चल रही है – बिहार , झारखण्ड , उड़ीसा की ट्रेनों में सौंचालय में बढ़ती गन्दगी और पानी नही ।
देश के विकास के लिये इंफ्रास्ट्रक्चर पर एक सौ लाख करोड़ खर्च करने का सपना, और दूसरी ओर प्रधानमंत्री अपने ही पार्टी के सदस्यों को सम्प्रदायिता को बढ़ावा देने की खुली छूट दे रहे है, ” मुख पर राम राम बगल में छूरी ” बेहतर शिक्षा की बात करने वाले प्रधानमंत्री अपने देश का इत्तिहास को बदलने की अथाह प्रयास किया जा रहा है । एक ओर आतंकवाद को समाप्त करने की बात की जा रही दूसरी ओर अपने ही समुदायेओं के युवाओं को अतिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है ।
अब हम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का गठन करेंगे जिसमे  तीनो सेना के प्रमुख होंगे, जिसमे तीनो सेनाओं का सामंजस्य के साथ प्रभावी नेतृत्व की व्यावस्था बनाई जाएगी । यह एक नया पद होगा ।
महात्मा गांधी के आदर्शों की बात करने वाले प्रधानमंत्री जी आपके लोग तो महात्मा गांधी की प्रतिमा से नफरत करते हैं – एक बड़ी बात  प्लास्टिक की थैली पर बैन पर कैसे ? जब तक फैक्ट्रियां चलती रहेंगी प्रोडक्शन होता रहेगा – क्या सम्भव है कि प्लाष्टिक की थैलियां बन्द हो जाएंगी ? – 2022 में अपने परिवार के साथ 15 टूरिस्टों प्लेस पर जाएंगे – अच्छी बात है अपने देश अपने देश का निर्मित समान को ही इस्तेमाल करे – लैकीनकल – लोकल अभियान , अच्छी बात है उन जगहों पर रोज़गार बढ़ेगा । जब देश अशांत होगा आपके लोग मोब्लिंकचिंग करने के लिये जहां तलवार लिये तैयार बैठे वहां कौन जाएगा घूमने – जिसके पास खाने के लिये पैसे नहीं होगा वह देश घूमने का सपना कैसे देख सकता है ?  नया भारत तभी बन पाएगा जब हिन्दू और मुसलमान अपने दिलो से नफरत को समाप्त कर अपने आपको सर्व प्रथम इंसान समझे और उसके बाद भारतीय समझेगा तभी भारत का विकास और शक्तिशाली बनना सम्भव हो सकेगा । भारत की संस्कृति सभ्यता की मिसाल सम्पुर्ण विश्व में सम्मान पुर्वक दी जाती है।आज भारत मॉ के वीर सपुतों की शहादतों के अन्यदाता, वैज्ञानिकों ,शिक्षा विर्दों के शाथ प्रजातंत्र के पहरी व प्राण पत्रकारों की भुमिका है चाहे वह बड़े चैनलों , मीडिया हाउसों के देश छोटे मध्यम समाचार पत्रों में कार्य करने वाले पत्रकारों के वारें में कुछ सोचते प्रघान मंत्री जी।