उत्तराखंड के 2 सीटों पर BJP ने उतारे नए चेहरे

sapna jaiswal

उत्तराखंड में मिशन क्लीन स्वीप का सपना देख रही बीजेपी ने सभी पांचों सीटों के लिए कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया है.  राज्य में 100 परसेंट रिजल्ट के लिए बीजेपी ने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों का टिकट काट दिया है, और दो नऐ चेहरों को उतारा है. ये नए चेहरे हैं वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और तीरथ सिंह रावत. तीरथ सिंह रावत पूर्व में प्रदेश इकाई की कमान संभाल चुके हैं.

दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों, कोश्यारी और खंडूरी, की जगह नये चेहरों की घोषणा इसलिये हुई क्योंकि उन्होंने पार्टी हाईकमान को इस बार चुनाव न लड़ने की इच्छा से अवगत करा दिया था. इसके अलावा दोनों नेता बीजेपी में टिकट पाने का अघोषित उम्र का पैमाना पार कर चुके थे. 1942 में पैदा हुए भगत सिंह कोश्यारी 76 साल पूरे कर चुके हैं. जबकि भुवन चंद्र खंडूरी 84 साल के हो चुके हैं. माना जा रहा है कि बीसी खंडूरी इस सीट से अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन बीजेपी नेतृत्व ने इसके लिए मना कर दिया. इसके बाद बीसी खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी पिछले सप्ताह राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इस बावत जब प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि मनीष खंडूरी बीजेपी के सदस्य नहीं हैं इसलिए वो किसी भी दल में जाने को स्वतंत्र हैं. बीसी खंडूरी ने भी अपने बेटे के बारे में कहा था कि मनीष खंडूरी युवा हैं और वह अपने फैसले लेने को स्वतंत्र हैं.

अब बीजेपी के नए चेहरों के सामने चुनौती अपने पूर्ववर्ती नेताओं की लोकप्रियता के तिलिस्म को बरकरार रख पाने की है. पौड़ी गढ़वाल सीट से मनीष खंडूरी को टिकट मिलना लगभग तय है. अगर ऐसा हुआ तो इस सीट पर मुकाबला तीरथ सिंह रावत वर्सेज मनीष खंडूरी होगा. बता दें कि तीरथ सिंह रावत कभी बीसी खंडूरी के वफादारों में शामिल रहे हैं.

वहीं विधानसभा चुनावों में अपनी काबिलियत साबित कर चुके अजय भट्ट के सामने चुनौती एक बार फिर से अपना चुनावी कौशल साबित करने की है. दो साल पहले विधानसभा चुनावों में भट्ट के नेतृत्व में पार्टी ने 70 में से 57 सीटों पर ऐतिहासिक विजय हासिल की थी. हालांकि, अजय भट्ट तब खुद अपनी सीट अल्मोड़ा के रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से हार गये थे, लेकिन अब लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें पार्टी टिकट दिया जाना उनके लिये पुरस्कार माना जा रहा है.