सीईए और आईसीएआई द्वारा ” विद्युत सुरक्षा पर चतुर्थ राष्ट्रीय कार्यशाला ” आयोजित

नई दिल्ली –  बिजली दैनिक जीवन का जाना-पहचाना और आवश्यक भाग है पर लापरवाही से मौत हो सकती है या व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो सकता, संपत्ति के नुकसान का कारण बन सकता है। बिजली से जुड़े खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना बिजली से लग सकने वाली आग, हो सकने वाले जख्म, मौत और संपत्ति के नुकसान को कम करने की कुंजी भी है। सेंट्रल इलेक्ट्रीसिटी अथॉरिटी का चीफ इलेक्ट्रीकल इंस्पेक्टोरेट डिविजन और इंटरनेशनल कॉपर एसोसिएशन इंडिया मिलकर पिछले तीन साल से विद्युत सुरक्षा पर कार्यशाला का आयोजन करते रहे हैं। इसी श्रंखला में चौथी  कार्यशाला है और इसमें टेक्नालॉजी के उन्नयन से जरूरी हो गई नई सुरक्षा चुनौतियों तथा जहां इन्हें कम करने की जरूरत है – उन पर चर्चा हुई। इनमे
ऊंची इमारत में विद्युत सुरक्षा , ट्रांसफॉर्मर को आग से बचाना ,इलेक्ट्रीक व्हेकिल चार्जिंग संरचना के लिए आवश्यक सुरक्षा जरूरतें जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।

इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग में नए इस्तेमाल का विकास और इस्तेमाल सुरक्षा नियमों को लागू करने के लिहाज से कई तरह की चुनौतियां खड़ी करता है। ऐसा नए कामकाजी व्यवहारों, मैनेजमेंट तकनीक, उपकरण और कांपलेक्स सिस्टम के बीच इंटरैक्शन बढ़ने से हो सकता है। आईसीए इंडिया, सीईए के इलेक्ट्रीकल इंस्पेक्टोरेट डिविजन के साथ मिलकर नियमों को लागू करके विद्युत दुर्घटनाओं की संख्या कम करने की कोशिश करता है।
कार्यशाला में जोखिम कम करने के लिए नई प्रौद्योगिकी अंतरराष्ट्रीय अनुभव, मानक, भिन्न विद्युत व्यवहारों के बारे में सूचना और ज्ञान पर रोशनी डाली गई। पूरे दिन जनता और निजी क्षेत्र के कई दिग्गजों ने विद्युत सुरक्षा तथा इसे बेहतर बनाने की आवश्यकता पर अपने विचार रखे।

इंटरनेशनल कॉपर एसोसिएशन इंडिया  के प्रबंध निदेशक संजीव रंजन ने कहा, “बिजली के खतरों के प्रति जागरूकता बिजली से हर साल होने वाली मौतों, लगने वाली आग, होने वाले जख्म आदि को कम करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। विद्युत सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर और सुरक्षित व्यवहारों का पालन करके करंट लगने और घरों में आग लगने की वारदातें रोकी जा सकती हैं।

सेंट्रल इलेक्ट्रीसिटी अथॉरिटी के चीफ इलेक्ट्रीकल इंस्पेक्टर गौतम रॉय ने कहा, “यह कार्यशाला सरकार और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है जो सरकारी और निजी क्षेत्र की इकाइयों में काम करने वालों को बिजली और बिजली के उपकरणों से काम करने की सुरक्षित प्रक्रियाओं के बारे में बताती है।

आयोजन की शुरुआत के मौके पर मुख्य अतिथि श्री आरके वर्मा, चेयरपर्सन, सेंट्रल इलेक्ट्रीसिटी अथॉरिटी (सीईए) ने इस बात पर रोशनी डाली कि मानकों और नियमनों को उद्योग और आम जनता की आवश्यकता के अनुसार अद्यतन करने की जरूरत है। उद्घायन सत्र में जो विशिष्ट हस्तियां मौजूद थीं उनमें संजीव रंजन, प्रबंध निदेशक, आईसीए-इंडिया, गौतम राय, चीफ इलेक्ट्रीकल इंस्पेक्टर, भारत सरकार, डीके शामी, फायर एडवाइजर, गृह मंत्रालय, भारत सरकार और पीएस मसके, सदस्य (पावर सिस्टम), सीईए शामिल हैं। कार्यशाला और पैनल डिसकशन में कोई 150 लोग थे जो देश भर के भिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से आए थे।