इन 8 मुद्दों पर राहुल ने मोदी सरकार को घेरा

राहुल गांधी ने आज एक बार फिर दोहराया कि अगर उन्हें सदन में बोलने दिया जाए तो वे पीएम मोदी एक मिनट वहां खड़े नहीं हो पाएंगे. आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विदेश नीति से लेकर देश की अर्थव्यवस्था और महिला सुरक्षा तक पर बात की. उनके भाषण के 8 प्रमुख मुद्दे ये हैं, जिनके जरिए उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी पर हमला किया.

1. बेटी बचाओ लेकिन बीजेपी और इनके विधायकों से

राहुल गांधी ने कहा- 8 साल की बच्ची के साथ रेप होता है, उन्नाव में रेप होता है, लेकिन मोदी अपने विधायक के लिए कुछ नहीं बोलते. 2014 में 2 करोड़ रोजगार, 15 लाख, बेटी बचाओ की बात की गई थी. अब इनका नया नारा है “बेटी बचाओ”, लेकिन बीजेपी से बचाओ, बीजेपी के विधायक से बचाओ. छोटी से बच्ची का रेप होता है, लेकिन बीजेपी के विधायक के बारे में प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा. आज IMF चीफ ने भी महिला सुरक्षा के बारे में बोला है.

2. संवैधानिक संस्थाओं को दबाया जा रहा

राहुल ने कहा कि देश में जो भी संवैधानिक संस्था हैं उन्हें दबाया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के चार जज जनता के सामने इंसाफ के लिए गुहार लगाने आए थे. लेकिन उनकी आवाज भी दबा दी गई. देश के सभी संस्थानों को हमारे संविधान ने दिया है. आईआईटी, आईआईएम से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक. लेकिन आज सभी संस्थाओं पर आरएसएस की विचारधारा वाले लोगों को डाला जा रहा है. बीजेपी कुछ भी कर ले, हम उन्हें संविधान को हाथ नहीं लगाने देंगे.

3. राफेल-नीरव पर मैं बोला तो खड़े नहीं पाएंगे पीएम

राहुल ने कहा कि सरकार ने उन्हें संसद में बोलने से रोका. अगर राफेल और नीरव मोदी के मुद्दे पर मैं 15 मिनट संसद में बोलूं तो नरेंद्र मोदी जी खड़े नहीं हो पाएंगे. पूरा देश जानता है कि राफेल में चोरी हुई . नीरव मोदी 30 हजार करोड़ लेकर भाग जाता है, लेकिन उनके मित्र चुप रहते हैं. पहली बार सरकार ही संसद नहीं चलने दे रही है. मोदी जी ने अपने सांसदों और विधायकों से कहा कि तुम लोग मीडिया को मसाला देते हो. अब देश सिर्फ प्रधानमंत्री के मन की बात सुनेगा.

4. कांग्रेस ही है समाधान

दलितों पर अत्याचार, बच्चियों के साथ रेप और युवाओं को रोजगार का झूठा आश्वासन दिया गया. गब्बर सिंह टैक्स से व्यापारी और किसानों को बर्बाद कर दिया. कांग्रेस शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार, महिलाओं की रक्षा कैसे करेगी, ये सवाल हमारे सामने है, और केवल कांग्रेस ही इसका समाधान देगी. संविधान बचाओ अभियान, दलितों और कमजोर लोगों की रक्षा का अभियान कांग्रेस जोरों से चलाएगी. मैं भी शामिल होऊंगा. जहां भी बीजेपी दलितों पर अत्याचार करेगी, वहां कांग्रेस का झंडा दिखाई देगा. उन्हें  हमारी ताकत का पता लग भी गया है. 2019 में हम उन्हें सत्ता से बाहर कर देंगे.

5. मोदी को सिर्फ मोदी से मतलब

मोदी पीएम कैसे बने? मोदी को केवल मोदी में इंट्रेस्ट है. चाहे दलित मरे, महिलाओं के साथ अत्याचार हो, इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता. केवल पीएम बनने में इंट्रेस्ट है. मोदी जी को सिर्फ मोदी से मतलब है.

6. दलितों के साथ हो रहा अत्याचार

राहुल ने कहा कि जो मोदी की विचारधारा है वो देश के हर व्यक्ति को समझनी चाहिए. मोदी कहते हैं कि दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है, लेकिन हकीकत ये है कि मोदी के दिल में दलितों के लिए कोई जगह नहीं है. पीएम की विचारधारा दलितों के समर्थन वाली नहीं है. दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है, लेकिन मोदी जी लगातार चुप रहे हैं. यूपी, ऊना जैसे मामले सामने आ रहे हैं. कांग्रेस ने गुजरात में आवाज़ उठाई तब तीन दिन बाद स्टेज पर मोदी जी आते हैं और आंसू निकल आते हैं.

7. मोदी ने दुनिया में किया देश का नाम बदनाम

पहले दुनिया कहती थी कि भारत में अलग-अलग लोग मिलकर रहते हैं. कहती थी कि भारत संविधान, सुप्रीम कोर्ट, संसद का कोई मतलब होता है. बाकी देश हमारी ओर देखते थे, लेकिन दुनिया में देश की इज्जत मोदी जी ने खत्म कर दी है. आज दुनिया में महिलाओं के साथ बलात्कार, अल्पसंख्यक पर आक्रमण, दलितों पर अत्याचार की बात होती है. 70 सालों में कांग्रेस ने देश की इज्जत बनाई, लेकिन मोदी जी ने 4 सालों में मोदी ने इसको नुकसान पहुंचाया है. इसे बचाना है.

8. ‘कर्मयोगी-नरेंद्र मोदी’ से साधा निशाना

राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किताब ‘कर्मयोगी-नरेंद्र मोदी’ के शब्दों से की. राहुल ने कहा कि जो टॉयलेट को साफ करता है, जो गंदगी उठाता है, उसका  क्या अध्यात्म नहीं होता, जो वाल्मिकी समाज करता है. वाल्मिकी समाज का व्यक्ति ये काम अपने पेट को भरने के लिए नहीं करता है, मगर वो ये काम इसलिए करता है क्योंकि वह ये काम अध्यात्म के लिए करता है. उसके माता-पिता आसानी से ये काम छोड़ सकते थे, लेकिन उन्होंने नहीं छोड़ा.