गोल्ड कोस्ट में भारतीय रेलवे के पहलवान राहुल अवारे व सुशील कुमार ने जीता गोल्ड, किरण बिश्नोई को ब्रॉन्ज मिला | हरियाणा की बबिता कुमारी को मिला रजत |

गोल्ड कोस्ट: भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ खेलों का आठवां दिन भारत के लिए पूरी तरह कुश्तीमय हो गया | जहां देश के लिए भारतीय रेलवे के पहलवान पुरुष वर्ग में ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार (उत्तर रेलवे) और राहुल अवारे (मध्य रेलवे) ने फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक जीते, तो महिला वर्ग में बबीता फोगाट (हरियाणा) और किरण बिश्नोई (उत्तर पश्चिमी रेलवे) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता | विजेता पहलवानों को रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड की सचिव रेखा यादव ने बधाई दी है | पहलवानों का होसला बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे ने अपना एक दल भी गोल्ड कोस्ट भेजा हुआ है | रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड के कुश्ती खेल खेल अधिकारी संजय ओह्लान, महिला कुश्ती टीम के कोच कुलदीप मलिक (उत्तर रेलवे) व अर्जुन अवार्डी राजिव तोमर (उत्तर रेलवे) लगातार रेलवे और देश के पहलवानों का होसला बड़ा रहे है |  इसी के साथ ही खेलों में भारत के कुल पदकों की संख्या 29 हो गई है. इसमें 14 स्वर्ण, 6 रजत और 9 कांस्य पदक शामिल हैं.

*जाने  रेखा यादव के बारे में*

रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड की सचिव है रेखा यादव | उन्होंने वर्ष 2014 ग्लासगो कामनवेल्थ खेलो के दौरान महिला कुश्ती की उल्लेखनीय उपलब्धि देख कहा था कि एसी चेम्पियन महिला पहलवानों को रेल परिवार में नियुक्ति दे कर शामिल किया जाएगा | अर्जुन अवार्डी पहलवान कृपाशंकर बिश्नोई कहते है की उस समय उनके मुँह से निकले यह वाक्य महज मजाक लग रहे थे | मजाक समझने का कारण भी था क्युकी रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड ने महिला पहलवानों को रेलवे में भर्ती हेतु 2003 में सर्कुलर जारी किया था | लेकिन इस बिच कोई भी एसा अधिकारी नहीं आया जो महिला कुश्ती की भारती रेलवे में सुनिश्चित कर सके | ग्लासगो में रेखा यादव ने महिला पहलवानों को जो वचन दिया भारत आते ही उसे पूरा कर दिया | और बहुत जल्दी उसका नतीजा देखने को मिला | रियो ओलंपिक में मेडल का सूखा दूर करने वाली भारतीय रेलवे की साक्षी मलिक के रूप में आपके सामने है | जो कार्य विगत 11 वर्षो से रेलवे का कोई अधिकारी नहीं कर सका वो कार्य इस धाकड़ अधिकारी ने मात्र 11 दिन में कर दिया | आज भारतीय महिला कुश्ती विश्व पटल पर अपना लोहा मनवा रही है | भारतीय महिला कुश्ती मे रेखा यादव  के योगदान को युगों युगों तक याद किया जाएगा | रेलवे की महिला कुश्ती में किरण, साक्षी, विनेश ललिता, सरिता समेत एक दर्जन से भी ज्यादा महिला पहलवान भारतीय रेल परिवार का हिस्सा है | इसका सपूर्ण श्रेय  रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड की सचिव है रेखा यादव को जाता है |

*सुशील की गोल्डन हैट्रिक*

21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के 8वें दिन रेसलर सुशील कुमार ने 74 किलोग्राम भार वर्ग मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी को हराकर देश को 14 वा गोल्ड दिला दिया. भारत के दिग्गज पहलवान सुशील कुमार ने केवल एक मिनट के भीतर ही अपने प्रतिद्वंद्वी को चित करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों में अपने स्वर्ण पदकों की हैट्रिक कर दी. इसके साथ ही उन्होंने भारत की झोली में 14वां स्वर्ण पदक डाला. सुशील ने पुरुषों की 74 किलोग्राम वर्ग स्पर्धा में दक्षिण अफ्रीका के जोहानेस बोथा को 10-0 से मात देकर राष्ट्रमंडल खेलों का तीसरा स्वर्ण पदक जीता.

इससे पहले, सुशील ने 2010 दिल्ली और 2014 ग्लास्गो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते थे. इस जीत के साथ ही उन्होंने अपने पदकों की हैट्रिक पूरी की है. सुशील कुमार ने दो ओलंपिक मेडल भी जीते हैं. वह ओलंपिक में कांस्य और सिल्वर मेडल जीत चुके हैं. रियो ओलंपिक में उन्हें जाने का मौका नहीं मिल पाया.
महाराष्ट्र के राहुल ने पुरुषों की 57 किलोग्राम स्पर्धा के फाइनल में कनाडा के स्टीवन ताकाहाशी को 15-7 से मात देकर जीत हासिल की. पहले ही मिनट में ही राहुल ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए ताकाहाशी को पटककर दो अंक हासिल किए. हालांकि, अगले ही पल राहुल को संभलने का मौका नहीं देते हुए कनाडा के पहलवान ने पूरा पलटते हुए चार अंक ले लिए. इसके बाद राहुल ने भी ताकाहाशी पर दबाव बनाया और उन्हें रोल करते हुए छह अंक ले लिए थे. कनाडा के पहलवान ने भी हार नहीं मानी और राहुल को अच्छी टक्कर देते हुए दो अंक लिए और 6-6 से बराबरी कर ली राहुल ने भी अपनी तकनीक को अपनाते हुए एक बार फिर ताकाहाशी को पकड़ा और फिर रोल करते हुए तीन और अंक हासिल करते हुए 9-6 से बढ़त ले ली। यहां राहुल को दर्द की समस्या हुई, लेकिन इसे नजरअंदाज करते हुए उन्होंने वापसी की और दो अंक और हासिल किए। मुकाबले की समाप्ति के लिए कुछ सेकेंड रह गए थे और एक बार फिर राहुल ने ताकाहाशी पर शिकंजा कस 15-6 से जीत हासिल कर भारत की झोली में 13वां स्वर्ण पदक डाल दिया।

*किरण गोदारा बिश्नोई*
भारतीय रेलवे की किरण ने महिलाओं के 76 किग्रा भार वर्ग के कुश्ती मुकाबले में गुरुवार को मॉरीशस की कताऊस्किया परिधावेन को एकतरफा अंदाज़ में 10-0 से हराकर राष्ट्रमंडल खेलों का कांस्य पदक अपने नाम कर लिया। युवा भारतीय पहलवान ने परिधावेन को कांस्य पदक मुकाबले में बिल्कुल भी हावी नहीं होने दिया और शुरुआत में ही 6-0 की बढ़त बनाई। इसके बाद उन्होंने 8-0 और फिर 10-0 से मैच जीत लिया। भारत का यह कुश्ती स्पर्धाओं में दिन का यह तीसरा पदक है। इससे पहले बबीता कुमारी ने 53 किग्रा में रजत और राहुल अवारे ने 57 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता।