बीबीएमबी ने विद्युत उत्पादन लक्ष्य दो माह पहले ही पूरा किया

दिल्ली –  भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने केंद्रीय बिजली प्राधिकरण के वर्ष 2017-18 के लिए 9360 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन करने लक्ष्य को लगभग दो माह पहले यानि 27 जनवरी 2018 को पूरा कर लेने के साथ ही समूचे वित्त वर्ष में 10881 मिलियन यूनिट बिजली पैदा की। बीबीएमबी के चेयरमैन डी.के. शर्मा ने बोर्ड की वर्ष 2017-18 की उपलब्धियों को लेकर कहा कि वर्ष 2017-18 के दौरान बीबीएमबी के तीनों विद्युत परियोजनाओं में लक्ष्य के मुकाबले 1521 मिलियन यानि 16.25 प्रतिशत अधिक बिजली पैदा की गई। वर्ष के दौरान भाखड़ा विद्युत संयंत्र ने 99.99 प्रतिशत की क्षमता पर काम किया।वर्ष के दौरान गग्गोवाल पॉवर हाउस की इकाई संख्या-दो और कोटला पॉवर हाउस की इकाई संख्या-तीन जो क्रमश: 16.9.2013 और 2.8.2013 को रनर ब्लेड डैमेज होने के कारण बंद कर दी गई थीं उन्हें 23.11.2017 और 4.12.2017 को पुन: चालू कर दिया गया। इनके अलावा देहर इकाई संख्या-छह को भी नौ जुलाई 2017 को पुन: चालू कर दिया गया जो दो मार्च 2014 को किसी खराबी की वजह से बंद हो गई थी। बीबीएमबी ये सबसे बड़ी उपलब्धि रही। वर्ष के दौरान भाखड़ा के बायें छोर के पॉवर हाउस का 489.77 करोड़ रूपए से नवीकरण एवं आधुनिकीकरण किया गया। इसकी इकाई संख्या दो, चार और पांच की उत्पादन क्षमता भी 108 मेगावाट से बढ़ा कर 126 की गई। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने पनविद्युत के अलावा सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी कदम रखते हुए अपने चंडीगढ स्थित दो कार्यालयों पर 14 अगसत 2017 को 175 किलोवाट के रूफ टॉप सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने भी सफलता हासिल की। इसके बोर्ड ने अब अपने भागीदार राज्यों में पुराने पड़ चुके ट्रांसफार्मरों को बदलने की महत्वकांक्षी परियोजना पर भी काम कर रहा है।
भाखड़ा बांध का जलस्तर इस समय 1546.53 फुट है जो गत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 22.23 फुट अधिक है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बेहतर मानसून रहने के अनुमानों के आधार पर वह दावे से कह सकते हैं कि बांध में समुचित पानी रहने के चलते किसानों को उनकी फसलों की सिचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि पौंग बांध का जलस्तर गत वर्ष के 1301.64 फुट के मुकाबले इस समय 1292.93 फुट है लेकिन यह ज्यादा नीचे नहीं है।