अर्बन स्क्वायर मॉल के नाम पर लाखों की ठगी कर प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट को बदनाम करने की कोशिश, आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर

उदयपुर- उदयपुर में 36.80 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें ठगों ने अर्बन स्क्वायर मॉल का नाम लेकर एक व्यवसायी को झांसे में लिया। इस ठगी के बाद मॉल प्रबंधन ने पुलिस में मामला दर्ज कराया, साथ ही स्पष्ट किया है कि इस घटना से उनका कोई संबंध नहीं है।

पुलिस के अनुसार, रिको इंडस्ट्रियल एरिया स्थित भूमिका एंटरप्राइजेज कंपनी के उपाध्यक्ष मोहन सिंह चूंडावत ने अदालत में मामला दर्ज कराया है। चूंडावत ने बताया कि उनकी कंपनी बिल्डिंग और मॉल निर्माण का कार्य करती है और अर्बन स्क्वायर मॉल प्रोजेक्ट का संचालन करती है। सितंबर 2022 में नई दिल्ली निवासी सुशील और एक अन्य दलाल शैलेष आर्य ने चूंडावत से संपर्क किया। उन्होंने दावा किया कि पिंड बल्लूची ब्रांड का रेस्टोरेंट मॉल में लॉन्च करना चाहता है और इसके लिए दोनों दलालों ने फर्जी दस्तावेज और झूठे वादे किए।

आरोपियों ने मॉल में व्यवसायी को 1312 वर्गफुट इंडोर, 1076 आउटडोर और 2186 इंडोर सुपर बिल्ट-अप जगह देने का दावा किया। इसके बाद, रेस्टोरेंट के निर्माण, इंटीरियर और फिनिशिंग के नाम पर व्यवसायी से 25 लाख रुपये की राशि ली। फिर, जब व्यवसायी ने काम शुरू करने की मांग की, तो आरोपियों ने और 11.80 लाख रुपये की मांग की, यह कहते हुए कि यह रकम काम पूरा करने के लिए आवश्यक है। आरोपियों ने यह आश्वासन दिया कि काम पूरा होने पर रेस्टोरेंट शुरू कर दिया जाएगा। व्यवसायी ने पैसे दे दिए, लेकिन 7 महीने बाद भी काम शुरू नहीं हुआ। अंत में, जब उन्होंने आरोपियों के चेक को बैंक में जमा कराया, तो वह बाउंस हो गया। इस घटना से व्यवसायी को 36.80 लाख रुपये का नुकसान हुआ।

मॉल प्रबंधन ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि अर्बन स्क्वायर मॉल एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत काम करता है और यह घटना मॉल की प्रतिष्ठा को बदनाम करने का प्रयास है। मॉल प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि इस घटना का मॉल से कोई संबंध नहीं है और वह अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहा है।

अर्बन स्क्वायर मॉल ने निवेशकों को यह सलाह दी है कि किसी भी प्रोजेक्ट में निवेश करने से पहले दस्तावेज और कंपनी की साख की पूरी जांच करें। मॉल प्रबंधन ने यह आश्वासन भी दिया है कि उनके प्रोजेक्ट से जुड़े सभी अनुबंध पूरी पारदर्शिता के साथ होते हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सतर्क रहेगा। फ़िलहाल इस मामले में कोर्ट के आदेश के बाद सुखेर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।