शासन की सख्ती के बावजूद गाजियाबाद के मसूरी इलाके में चलाई जा रहीं अवैध मीट फैक्ट्री

उत्तर प्रदेश शासन और सरकार की सख्ती के बावजूद भी गाजियाबाद में अवैध मास कारोबारी सक्रिय हैं ताजा मामले का खुलासा गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में पकड़े गए ओवरलोडेड मवेशियों के ट्रक से साफ हो गया, गौरतलब है कि गाजियाबाद के डासना– मसूरी इलाके में अवैध रूप से चल रही कुछ मीट फैक्ट्रीयों को प्रदूषण बोर्ड द्वारा सील कर दिया गया था लेकिन हाल ही में पकड़े गए मवेशियों के ट्रक से यह बात साफ हो गई की सील की गई मीट फैक्ट्रियों में आज भी अवैध रूप से पशु कटान जारी है
सूत्रों के अनुसार इन मीट फैक्ट्रीयों में अवैध रूप से पशुओं का कटान तथा मांस का व्यापार संचालित होता है लोकल प्रशासन की मिली भगत से यह फैक्ट्रियां आज भी पूर्णतया सक्रिय हैं एक प्रेस वार्ता में पीपल फॉर एनिमल्स द्वारा इस प्रकरण की जानकारी दी गई
देश के जाने माने एनिमल एक्टिविस्ट और पीपल फॉर एनिमल्स के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर सौरभ गुप्ता का कहना है कि डासना मसूरी से लगातार अवैध मीट फैक्ट्रीयों के संचालन की सूचनाएं आती रही हैं जिन पर छापेमारी की कार्यवाही की गई है इसमें अल–कबीर, अल–रहमान मीट फैक्ट्री, इंटरनेशनल फ्रोजन,करण मीट फैक्ट्री आदि शामिल है जिनपर पूर्व में मुकदमे दर्ज है उनके अनुसार इस सारे प्रकरण की जानकारी लोकल थाना पुलिस को है लेकिन वह इन पर कार्यवाही करने से बच रहे हैं सौरभ गुप्ता के अनुसार पेरीफेरल से आने वाले पशुओं के अधिकतर ट्रक इन्हीं फैक्ट्रीयों में जाते हैं जिनमें पशुओं को बुरी तरह से ठूस ठूस कर भरा जाता है कुछ मीट फैक्ट्री मालिक फैक्ट्री सील होने के बावजूद भी आसपास की फैक्ट्रीयों में अवैध कटान का गोरखधंधा चला रहे हैं लेकिन प्रशासन मौन है, इस पर मुख्यमंत्री कार्यालय और उत्तर प्रदेश शासन को पत्र लिख रहे हैं उनका कहना है कि वह जल्दी इन फैक्ट्रियों पर छापेमारी की सख्त कार्यवाही को अंजाम देंगे और दोषी फैक्ट्री मालिकों पर रासुका के तहत कार्रवाई करवाएंगे