वरिष्ठ पत्रकार व वेब प्रिटिंग प्रेस सर्व प्रथम भारत में बनाने बाले गिरीश चंद्र शर्मा को “सेवाश्री “अवार्ड से सम्मानित किया गया

गिरीश चन्द्र शर्मा नें 1991 में वेब ऑफसेट प्रिटिंग मशीन गरिमा का र्निमार्ण किया ‘ यह प्रिंटिंग मशीन भारत के अलावा 19 देशो के प्रिटिंग क्षेत्र मे धूम मचा रही है
विनोद तकियावाला ‘
स्वतंत्र पत्रकार
भेदी नजर
नई दिल्ली ,20 अगस्त 23
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लुटियन जोन के रफी मार्ग स्थित कंस्टीटूशन क्लब ऑफ़ इंडिया नई दिल्ली में माता मन्तारी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि0) के तत्वाधान में उन्नत भारत” सेवा श्री “अवार्ड का आयोजन किया गया । इस अवसर पर समाज में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवा दे रहे व्यक्तित्व को
सम्मानित किया गया है। जिसका साक्षी रहने का सौभाग्य हमें प्राप्त हुआ । आप को बता दें जिन महान हस्तियों को सम्मानित किया गया उनमें हमारे एक चिर परिचित व मेरे अग्रज ,वरिष्ट पत्रकार ‘ दैनिक समाचार पत्र ” भेदी नजर” के प्रधान संपादक गिरीश चन्द्र शर्मा को पत्रकारिता जगत में उनके अगम साहस ,शोर्य व पत्रकारिता जगत में कलम के सिपाई के रूप पराक्रम के लिए संस्था द्वारा पत्रकार रतन ” सेवा श्री” सम्मान से सम्मानित किया गया । उन्हे यह सम्मान पंजाब केसरी (जालंधर)के प्रमुख संपादक पद्मश्री सम्मानित श्री विजय चौपड़ा , श्री कैलाश गंभीर – पूर्व न्यायधीश ‘ विश्व ख्याति प्राप्त सम्राट श्री शंकर जादूगर , डॉक्टर सुषमा नाथ आदि की दिब्य उपस्थिति में दिया गया है। आप को बता दे कि गिरीश चन्द्र शर्मा पत्रकार के साथ एक अनुभवी व कुशल दक्ष प्राप्त इंजीयर भी है।आपने अपने सेवा काल में भारत की एक नामी प्रिंटिंग कंपनी के साथ 1976 से 1991 तक सर्वोच्च पद पर कार्य किया।सन् 1991 में अपनी कुशल कार्य क्षमता के कारणा वेब प्रिटिंग मशीन का ना केवल अपना निमार्ण किया है ब्लकिअपने द्वारा निर्मित मशीन भारत के विभिन्न राज्यों के साथ 19 देशो में निर्यात कर अपना व भारत का नाम रोशन किया है। गरिमा प्रिंटिंग प्रेस मशीन १००%
देश में बनाई हुई वेब ऑफसेट मशीन है। दिल्ली से सटे फरीदा वाद के गिरीश चन्द्रशर्मा जी 71 साल के वरिष्ठ पत्रकार और भेदी नज़र अखबार के प्रधान संपादक भी हैं। साथ ही वे उन पहले इंजीनियर/तकनीशियन में से एक हैं जिन्होंने मॉडर्न प्रिंटिंग मशीन को भारत में बनाया। इतना ही नहीं अपने करियर के शुरूआती दिनों में उन्होंने स्वयं शिकागो जा कर इस तकनीक का अध्ययन किया और भारत आकर इसे भारत में बनाया। बाद में उन्होंने इस मशीन को बनाने वाली एक कंपनी स्थापित की जिसके द्वारा बनाई गयी मशीन को यूरोप में भी निर्यात किया।मॉडर्न प्रिंटिंग प्रेस में अभूतपूर्व योगदान हेतु उन्हें आज उन्नत भारत सेवाश्री सम्मान से नवाज़ा गया ।
आज इस सम्मान समारोह में जो हर वर्ष देश-विदेश से केवल 25 विभूतियों को सम्मानित किया जाता है,जिसमे हर क्षेत्र में सेवाभाव से कार्यरत लोगों को चयनित कर उन्हें सम्मानित किया जाता है।इस कार्यक्रम का आयोजन कंस्टीटूशन क्लब ऑफ़ इंडिया, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। स्कूल के बच्चों द्वारा एक रंगा रंग कार्यक्रम के आयोजन से उपस्थित दर्शक व पुरस्कृत लोगो ने भरपूर आनंद लिया ।