जाबाजों ने दिखाया शोर्य धूम धाम से मनाया गया 89वां भारतीय वायु सेना दिवस

8 अक्टूबर 1932 को वायुसेना की स्थापना की गई थी इसीलिए हर साल 8 अक्टूबर वायुसेना दिवस मनाया जाता है। देश के स्वतंत्र होने से पहले वायुसेना को रॉयल इंडियन एयर फोर्स (आरआईएएफ) कहा जाता था। आजादी के बाद वायुसेना के नाम में से “रॉयल” शब्द को हटाकर सिर्फ “इंडियन एयरफोर्स” कर दिया गया था। भारतीय वायुसेना ने हिंडन एयरबेस में अपना 89वां वायु सेना दिवस मनाया । इस मौके पर भारतीय वायुसेना के विमानों ने शुक्रवार की सुबह आकाश में अपनी ताकत दिखाई। हिंडन एयरबेस में परेड ग्राउंड पर वायुसैनिकों ने कदमताल कर सामंजस्य का परिचय दिया तो आकाश को चीरते हुए राफेल, तेजस, मिग 29 व सुखोई की दहाड़ कई मीलों तक गूंजी ।

हिंडन एयरबेस पर 6500 फीट की ऊंचाई से डकोटा विमान से आकाशगंगा की टीम ने उड़ान भरी और 1971 के युद्ध की याद दिला दी आकाशगंगा की उपस्थिति 1971 युद्ध की विजय गाथा का एहसास कराती है। बता दें कि 1971 में भी भारतीय थल सेना के पैराकम्डोस दल ने डकोटा विमान से ही कूद कर युद्ध में हिस्सा लिया था । 89वें वायुसेना दिवस के मौके पर हिंडन एयरबेस स्टेशन में देश का सबसे बड़े 1000 किलो के खादी के कपड़े से बने तिरंगे ने लोगों को लुभाया व याद दिलाया की यही वो तिरंगा है जिसकी शान के लिए न जाने कितने वीरों ने अपनी शहादत दे डाली ।

चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत, वायुसेना प्रमुख, नेवी और थल सेना प्रमुख भी समारोह में मौजूद रहे। इसके अलावा, एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी और एयरफोर्स वाइव्स असोसिएशन की अध्यक्ष नीता चौधरी भी वायुसेना दिवस समारोह में पहुंचीं। एयर शो के दौरान पिछले साल भारतीय वायुसेना में शामिल राफेल और भारत में ही विकसित विमान तेजस आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे। कार्यक्रम की शुरुआत पैराजंपर टीम द्वारा आकाशगंगा के साथ हुई। टीम के सदस्यों ने आठ हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर पैराशूट से एयरफोर्स स्टेशन के परेड ग्राउंड पर उतारा नजारा जज्बे और जोश का था तालियों की गडगडाहट ने सभी पर जम्पर को सम्मान दिया ।

एयर शो में चिनूक और अपाचे हेलीकाप्टर ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों को सलामी दी। राफेल, तेजस और सुखोई की तिकड़ी ने ट्रांसफार्मर फार्मेशन बनाकर लोगों को अपनी ताकत दिखाई। इसके साथ ही सूर्यकिरण एरोबेटिक्स टीम और सारंग हेलीकाप्टर की टीम ने आकाशीय करतब से लोगों को रोमांचित किया। विंजेट विमान टाइगरमोथ और डकोटा ने लोगों को वायुसेना के ऐतिहासिक शौर्य से रूबरू करवाया।  एक-एक करके इंडियन एयरफोर्स के सभी विमानों ने अपनी कलाबाजियां दिखाईं, लेकिन इनमें सबसे नजदीक से चिनूक और अपाचे हेलिकॉप्टर ने करतब दिखाया। वहीं, तेजस की तेज आवाज ने लोगों को आसमान की तरफ देखने को घंटों मजबूर किया। भारतीय वायुसेना के चीफ ऑफ एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 89वें वायुसेना दिवस के अवसर पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर परेड का निरीक्षण किया. इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने वायुसेना के जांबाजों को वायुसेना मेडल से सम्मानित किया

इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना को बधाई दी और ट्वीट किया, ‘वायु सेना दिवस पर हमारे वायु योद्धाओं और उनके परिवारों को बधाई। भारतीय वायु सेना साहस, परिश्रम और व्यावसायिकता का पर्याय है। उन्होंने चुनौतियों के दौरान देश की रक्षा करने और अपनी मानवीय भावना के माध्यम से खुद को प्रतिष्ठित किया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी वायुसेना दिवस पर ट्वीट कर कहा, ‘इस अदम्य बल की 89वीं वर्षगांठ पर सभी इंडियन एयर फोर्स कर्मियों, उनके परिवारों को बधाई। हमें चुनौतियों का पूरी तत्परता के साथ सामना करनेऔर राष्ट्र की सेवा में दृढ़ रहने के लिए अपने वायुसैनिकों पर गर्व है।’