NHRCL के द्वारा गुजरात के आनंद में परियोजना से प्रभावित परिवारों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 21 सिलाई मशीनें का वितरण किया गया

‘ब्रूडीई’ नाम का एक स्वयं सहायता समूह ने प्रभावित लोगों को आय सृजन में मदद करने के लिए पंजीकृत किया

आनंद, गुजरात
वेग शक्ति महिला कल्याण संगठन(वीएमकेएस) (नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड के तत्वावधान में एक महिला संगठन) ने आज गुजरात के आणंद जिले में परियोजना प्रभावित परिवारों की महिलाओं को 21 सिलाई मशीनें वितरित की।

परियोजना प्रभावित लोगों के लिए आय की शुरुआत कार्यक्रम के अंतर्गत, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानों (आरएसईटीआई) के माध्यम से राष्ट्रीय हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने आणंद जिले में बोरियावी और समरखा गांवों की महिलाओं के लिए एक महीने तक ‘टांकना तथा सिलाई’ में  प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया था। इन पाठ्यक्रमों को महिलाओं में कौशल सिखाने तथा उन्हें आय उत्पन्न करने तथा आत्मनिर्भर बनने में सक्षम बनाने के लिए रूपरेखा तैयार किया जा रहा है।
इन महिलाओं को आय अर्जन में मदद करने के लिए दीनदयालनयोदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डे-एनयूएलएम) के तहत एक स्वयं सहायता समूह का नाम ब्रूडीई (समग्र उद्यमिता शिक्षा द्वारा बुलेट रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट) भी आनंद जिले में पंजीकृत है।

एनएचएसआरसीएल परियोजना प्रभावित परिवारों के लिए निर्माण कौशल प्रशिक्षण संस्थान (सीएसटीआई) के सहयोग से निर्माण संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन कर रहा है। 34 से अधिक प्रशिक्षु सीएसटीआई में निर्माण से संबंधित प्रशिक्षण चल रहे हैं तथा अपने कौशल और रोजगारपरकता में सुधार कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम में एमडी / NHRCL श्री अचल खारे, अध्यक्ष वीघाशक्ति महिला कल्याण संगठन (वीएमकेएस) श्रीमती सरिता खारे , भूमि अधिग्रहण अधिकारी – आनंद जिला, सीपीएम / NHRCL / वडोदरा ने भाग लिया।

इस अवसर पर NHRCL के प्रबंध निदेशक श्री अचल खारे ने कहा कि NHRCL की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया मुआवजे, रिहैबिलिटेशन एवं रिसेटलमेंट सहायता आदि के भुगतान तक सीमित नहीं है। परन्तु इसमें कौशल विकास, आय बहाली के लिए प्रशिक्षण वृद्धि तथा आजीविका बहाली के विकास और परियोजना प्रभावित व्यक्तियों के लिए आय सृजन के अवसर भी शामिल हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कार्य किए जा रहें है कि सभी परियोजना से प्रभावित व्यक्तियों(पीएपी) को उपलब्ध विकल्पों के बारे में अच्छी तरह से सूचित किया जा रहा है तथा उन्हें भाग लेने का पर्याप्त अवसर दिया जा रहा है।

मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना से 300 से अधिक परियोजना से प्रभावित व्यक्तियों(पीएपी) (गुजरात से 269 पीएपी) की आय बहाली योजना के तहत इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लाभान्वित किया गया है तथा 100 से अधिक पहले ही नियोजित हो चुके हैं अथवा अपना व्यवसाय शुरू कर चुके हैं।

माहसर कॉरिडोर के साथ विभिन्न गांवों में कंस्ट्रक्शन स्किल्स, होटल मैनेजमेंट, पाइथन का उपयोग करके डाटा एनालिटिक्स, मोबाइल रिपेयरिंग, बाइक रिपेयरिंग, इलेक्ट्रीशियन आदि सहित कई इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं।
कॉरिडोर के साथ विभिन्न जिलों में प्रशिक्षण संस्थानों तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सूची, इन प्रशिक्षणों में भाग लेने के लिए आवेदन पत्र तथा उत्तरदायी एनएचएसआरसीएल अधिकारियों के संपर्क विवरण हमारी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं: www.nhsrcl.in .

नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड (NHRCL) के अंतर्गत एक पंजीकृत सोसायटी वेग शक्ति महिला कल्याण संगठन (वीएमकेएस) तथा संगठन की महिला अधिकारियों और एनएचएसआरसीएल में कार्यरत अधिकारियों की पत्नियों  ने बीटेक की पढ़ाई के सभी चार वर्षों के लिए आईआईटी गांधीनगर में दो चयनित महिला छात्रों में से प्रत्येक को 75,000 रुपये प्रति वर्ष की छात्रवृत्ति प्रदान की है।

आरएसईटी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान हैं, ग्रामीण विकास मंत्रालय की एक पहल के अंतर्गत उद्यमिता विकास की दिशा में  ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन के लिए देश के प्रत्येक जिले में समर्पित बुनियादी ढांचा प्रदान किया जा रहा है। आरएसईटी का प्रबंधन भारत सरकार तथा राज्य सरकारों के सक्रिय सहयोग वाले बैंकों द्वारा किया जाता है।