कृषि कानून के मसले पर किसानों का आंदोलन जारी है और इस बीच पंजाब में सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिख गुरु तेगबहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर ना बुलाने का फैसला किया है… अब इस मसले पर पंजाब की राजनीति गर्माने लगी है, कांग्रेस की ओर से इस फैसले पर आपत्ति जताई गई है लेकिन आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल ने फैसले को बिल्कुल सही करार दिया है… इस फैसले को पंजाब सरकार ने अकाली दल के दबाव में लिया गया फैसला करार दिया है… पंजाब के कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि एसजीपीसी का जो भी कार्यक्रम होता है वो साझा होता है, गुरु तेगबहादुर जी भी पूरे देश के हैं ऐसे में प्रधानमंत्री को इस कार्यक्रम में ना बुलाने का फैसला सही नहीं है… सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम में बुलाना चाहिए था और उन्हें सिख गुरुओं के द्वारा किसानी को लेकर दी गई शिक्षा और बातें बतानी चाहिए थी ताकि उन्हें किसानों के दर्द का एहसास करवाया जा सके… कांग्रेस नेता ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर पूरी तरह से बादल परिवार का कब्जा है और उनके दबाव में ही इस तरह का राजनीतिक फैसला लिया गया है…