टीएचए में कैब के नाम पर ठगी का मामलाः बिल्डर के खिलाफ आखिर दर्ज हुई एपफआईआर

jai prakash

साहिबाबाद। हिंडनपार इलाके में एक बिल्डर द्वारा किराए पर कैब चलाने की स्कीम के जरिए भोले-भाले लोगों से लाखों रुपए ठगे जाने के मामले में करीब एक महीने बाद मंगलवार को रिपोर्ट दर्ज हो ही गई। इस मामले में पीड़ित न्याय के लिए लगातार पुलिस के चक्कर लगा रहे थे और उनकी उम्मीद धुंधली पड़ती जा रही थी। इसी बीच ऐसी ही ठगी के मामले में हाल ही में नोएडा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है जिसके बाद जिला पुलिस ने भी इस मामले की एफआईआर दर्ज कर ली है। अब पीड़ितों को आरोपी बिल्डर की गिरफ्तारी व अपनी डूबी हुई रकम वापस मिलने की आस है।

गौरतलब है कि गत 21 मई  को पप्पू काॅलोनी की गली नंबर-5 में रहने वाले परविंदर पुत्र किरण पाल के साथ अकील अहमद, तेजवीर सिंह, अनीश खान, इमरान, नौशाद सैफी, गुड्डू भाई आदि पीड़ितों ने एसएसपी उपेन्द्र अग्रवाल से मुलाकात कर लिखित में शिकायत दी थी कि बिल्डर सुनील वैद पुत्र रामनिवास निवासी 53 राधे श्यामपार्क एक्सटेंशन-दो राजेंद्र नगर ने कैब चलाने की स्कीम के नाम पर दुगना रुपया कमाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपयों की ठगी की थी और रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ितों का आरोप था कि सुनील वैद ने बताया था कि उसने एक बड़ी कंपनी जीआईजी कैब्स इंडिया लिमिटेड बनाई है जो कार व मोटरसाइकिल बड़ी-बड़ी कंपनियों को किराए पर देगी। कंपनी की पूरी योजना के बारे में सुनील वैद ने अपने पुत्र विपिन को बुलाकर पीड़ितों को समझाया था। इस स्कीम के अनुसार 55 हजार रुपये जमा करने वाले व्यक्ति को कंपनी उसके नाम से एक नई बाइक खरीद कर अपनी कंपनी के द्वारा बड़ी-बड़ी कंपनियों में लगाने तथा निवेश करने वाले व्यक्ति को बदले में 600 रूपये रोजाना किराया देने तथा वाहन की किस्त कंपनी द्वारा देने की बात कही गई थी। इसी तरह कहा गया था कि जो व्यक्ति ढाई लाख रुपए कंपनी में निवेश करेगा तो उसके नाम से मीडियम कार खरीदी जाएगी जिसके ड्राइवर का खर्चा व कार की किस्त कंपनी देगी।
पीड़ित लोगों का कहना था कि कंपनी की ओपनिंग 24 अक्टूबर 2018 को हुई जिसमें उन्होंने कंपनी के बताए अनुसार ढाई लाख रुपए वार्ड-10 के पार्षद यशपाल पहलवान के सामने निवेश किए थे। पीड़ित लोगों का कहना था जब उन्होंने पैसों की रसीद मांगी तो बिल्डर ने बताया कि आप लोग 10-10 लोगों के ग्रुप बना लें इसके बाद रसीद भी मिलेगी और मुनाफा भी मिलने लगेगा। पीड़ितों ने कंपनी में नियम के अनुसार लाखों रुपए का निवेश कर दिया, जो 17 लाख 50 हजार बनता है। लेकिन कंपनी ने वायदे के अनुसार उन्हें कोई किराया नहीं दिया। एक दिन अपना पैसा वापस मांगने वे कंपनी के मालिक सुनील वैद और विपिन वेद के वृंदावन गार्डन साहिबाबाद स्थित द्वारकामाई बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स के कार्यालय गए तो उन्हें समझाया गया कि सब्र करो अभी प्रोसेस चल रहा है। पीड़ितों को ठगे जाने का पता चला तो वे अपना पैसा वापस मांगने लगे। जिस पर पीड़ितों को धमकाया गया और जान से मारने की धमकी दी। विनीत नाम के व्यक्ति ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर निकाल कर उनके सामने कर दी और कहा कि यहां से भाग जाओ नहीं तो गोली मार दूंगा। पीड़ितों में नौशाद पुत्र इकरामुद्दीन ने ढ़ाई लाख रुपए की ठगी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी थी। बता दें कि इस मामले में स्थानीय पार्षद यशपाल पहलवान ने जब पीड़ितों के पक्ष में आवाज उठाई तो आरोपी बिल्डर ने उनकी छवि खराब करने के लिए एसएसपी को मनगढंत शिकायत पत्र दिया था।
उधर, पिछले करीब एक महीने से पीड़ित इस मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस के चक्कर लगा रहे थे। इसी बीच जून के पहले सप्ताह में इसी तरह की ठगी का मामला नोएडा में प्रकाश मंे आया जहां बाइक बोट गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी के मालिक संजय भाटी ने भी बड़ी पैमाने पर लोगों से ठगी की थी। नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण ने पीड़ितों की शिकायत को गंभीरता से लिया, नतीजतन आरोपी आज सलाखों के पीछे है। नोएडा के मामले को देखते हुए जिला पुलिस भी हरकत में आई और मंगलवार को इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। अब देखना यह है कि आरोपी बिल्डर की गिरफ्तारी कब तक होगी। पीड़ित इस उम्मीद में भी हैं कि उन्हें उनकी रकम लौटाई जाएगी।