शहर के व्यस्ततम मार्ग कब होगें आवारा मवेशियों से मुक्त

माननीय सम्पादक महोदय
सादर प्रकाशनार्थ
शहर के व्यस्ततम मार्ग कब होगें आवारा मवेशियों से मुक्त?
(विवेक मित्तल) बीकानेर 26 नवम्बर, 2018। बीकानेर शहर विकास की दौड़ में अन्य शहरों के मुकाबले काफी पीछे है। बीकानेर शहर की अनेक मुख्य समस्याओं में शुमार निराश्रित पशुओं का सड़कों पर जमावड़ा। शहर की किसी भी सड़क से गुजरो आवारा पशु आपका रास्ता रोकने को हर वक्त तैयार रहते हैं। निराश्रित मवेशियों से मुक्त सड़कों का सपना बीकानेरवासियों के लिए चाँद को जमीन पर उतारने जैसा हो गया है। गुजरे वक्त में इन निराश्रित पशुओं को लेकर राजनीति भी परवान चढ़ी लेकिन स्थाई हल नहीं निकला। फड़ बाजार चौराहे हो या बड़े हनुमानजी के मन्दिर के पास या अन्य स्थान इन मवेशियों का जमावड़ा हर समय देखा जा सकता है। दिग्गज राजनेताओं के आगमन के समय यह रास्ता साफ हो जाता है, लेकिन अगले ही दिन फिर हालात जस के तस हो जाते हैं। गन्दगी के ढेर और आवारा पशु अपना डेरा फिर से जमा लेते हैं इन स्थानों पर। दुकानदार अजयचन्द का कहना है कि इन पशुओं के कारण अनेक ग्राहकों और राहगीरों को चोट लग चुकी है। इनके कारण यातायात बाधित होता है, हर वक्त जाम की स्थिति बनी रहती है, पशु और कचरे का ढेर दुकान के सामने तक आ जाते हैं जिससे ग्राहकों को अन्दर आने में परेशानी का समना करना पड़ता है। दुकानदार कहते हैं कि शासन-प्रशासन को अनेक बार इस समस्या के समाधान के लिए गुहार कर चुके हैं लेकिन पता नहीं बीकानेर की सड़कें इन आवारा मवेशियों से मुक्त कब होंगी? हमारे पास बार-बार गुहार लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। शासन-प्रशासन को गम्भीरता से इस समस्या को हल करने के लिए प्रभावी नीति बनानी चाहिए तभी मुक्ति मिलेगी इनसे।
विवेक मित्तल