हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राम दरश मिश्र का सम्मान

नई दिल्ली – हिंदी साहित्य सम्मेलन , प्रयाग  के प्रधानमंत्री विभूति मिश्र , विख्यात हिंदी साहित्यकार डॉ  रामदरश मिश्र को प्रभात शास्त्री सम्मान से सम्मानित करने के
लिए उनके आवास पर अनेक हिंदी विद्वानों के  साथ पहुँचे । इस सम्मान के तहत उनको शाल, नारियल और प्रशस्तिपत्र के साथ 51000/- की राशि प्रदान
की गई| इस अवसर पर बहुत ही सूंदर  साहित्यिक वातावरण बन गया था |बड़े सहजभाव से इस अवसर ने कविता गोष्ठी का रूप ले लिया| डॉ मिश्र  के साथ डॉ जसवीर त्यागी, डॉ ओम
निश्चल, डॉ वेद मित्र शुक्ल, और श्रीमती प्रथा शर्मा भार्गव ने कविता पाठ किया|

 इस आयोजन के लिए डॉ
रामदरश मिश्र ने हिंदी साहित्य सम्मेलन और विभूति मिश्र के प्रति
आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह विभूति जी का मेरे प्रति प्यार है कि वे
मुझे सम्मानित करने के अस्वस्थता अवस्था में भी मेरे घर पधारे| इन्होंने
तिरूपति में आयोजित सम्मेलन के अधिवेशन की अध्यक्षता का भी दायित्व मुझे
सौपा था यह भी मेरे लिए बड़े गौरव की बात है खेद है कि मैं अभी इस वय और
स्वास्थय-शैथिल्य के नाते वहाँ नहीं जा सका|मेरी शिक्षा और साहित्य यात्रा के प्रारम्भिक काल में हिंदी साहित्य सम्मेलन ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की| यानी कि 1941 में विशारद और 1942 में साहित्य रत्न की परीक्षा पास की और इसके तहत मेरे साहित्यिक संस्कार सघन हुए| हिंदी के अच्छे कवियों की रचनाओं से गुजरने का अवसर प्राप्त हुआ|

आयोजन का समापन सुश्री स्निग्धा के शास्त्रीय गायन से हुआ| उसके गायन से आयोजन की सरसता अत्यंत सघन हो गयी| पूरे आयोजन का परिदृश्य और गतिविधियाँ डॉ स्मिता मिश्रा के कैमरे में उतरती रहीं| इस अवसर पर सरस्वती मिश्र, अश्विनी कुमार तिवारी, डॉ ओम निश्चल, डॉ वेद मित्र शुक्ल, डॉ जसवीर त्यागी, प्रदीप भार्गव, नरेश कुमार, पुष्पा शर्मा, स्नेह लता मिश्रा, प्रभा शर्मा, कुंतक मिश्र, आनंद प्रकाश श्रीवास्तव, राम गोपाल यादव आदि साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे|