मानहानि केस: अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल की माफी नहीं स्वीकार?

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आजकल ‘माफी मोड’ में चल रहे हैं. वो हर उस शख्स से माफी मांग रहे हैं, जिनके खिलाफ उन्होंने सार्वजनिक तौर पर गंभीर से गंभीर इल्जाम लगाए और आगे बढ़ चले. इस कड़ी में अरविंद केजरीवाल पंजाब के पूर्व मंत्री और अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया, बीजेपी नेता नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता सिब्बल से माफी मांग चुके हैं.

अब चर्चा ये है कि क्या वो केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी माफीनामा भेजेंगे. हालांकि, अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि क्या केजरीवाल ने अरुण जेटली को कोई पत्र भेजा या नहीं, लेकिन सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के वकील इस केस से जुड़े अरुण जेटली के वकीलों से संपर्क में हैं.

इस बीच आजतक को सूत्रों से ये जानकारी भी मिली है कि अरुण जेटली केजरीवाल के माफीनामे को कबूल नहीं करेंगे. इस मसले पर आम आदमी पार्टी नेता अल्का लांबा ने आजतक से बातचीत में कहा कि अरविंद केजरीवाल की माफी से दिल्ली संतुष्ट है. उन्होंने कहा, ‘सीएम की सोच थी कि माफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता है और दिल्ली के हित को देखते हुए माफी मांगने में कुछ भी गलत नहीं है.’ जेटली के माफी न देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी से जबरदस्ती माफी नहीं ले सकते हैं, जेटली साहब को स्वीकार नहीं है, तो ठीक है.

आम आदमी पार्टी के नेताओं ने अरुण जेटली पर डीडीसीए के अध्यक्ष पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए थे. इसके बाद वित्त मंत्री जेटली ने आप नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ रुपए की मानहानि का केस दर्ज कराया था. जेटली ने केजरीवाल के अलावा आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक बाजपेयी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा किया था.

इस केस में अरविंद केजरीवाल और अरुण जेटली की कई बार कोर्ट में पेशी हो चुकी है. दोनों से सवाल जवाब भी हो चुके हैं. लेकिन अब तक इसका कोई निर्णय नहीं निकल सका है. ऐसे में ये उम्मीद जताई जा रही थी कि माफी मांगने पर जैसे ब्रिक्रम मजीठिया, नितिन गडकरी, कपिल सिब्बल और उनके बेटे ने केस वापस लेने का फैसला किया है, वैसा ही कुछ अरुण जेटली के केस में भी देखने को मिल सकता है. लेकिन सूत्रों से जो जानकारी आ रही है वो केजरीवाल के लिए राहत भरी नहीं है.