मुश्किलों में फंस चुके है लालू यादव

चारा घोटाले के दुमका कोषागार मामले में लालू यादव को कोर्ट ने सजा सुनाई है. घोटाले के जुड़े चौथे फैसले में उन्हें कोर्ट ने दोषी करार दिया.

क्या थे लालू पर आरोप…

चारा घोटाले का यह मामला दुमका कोषागार से जुड़ा हुआ है. लालू यादव पर आरोप था कि उन्होंने 1995 और 96 के बीच बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए कोषागार से 3.13 करोड़ की अवैध निकासी की. इस मामले में लालू समेत पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और 29 अन्य लोग आरोपी थे. चारा घोटाले में केस नंबर आरसी 38A/96 के तहत लालू पर दर्ज यह मामला दुमका कोषागार से तकरीबन 3.13  करोड़ की अवैध निकासी से जुड़ा है.

रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद है लालू…

चारा घोटाले को लेकर लालू पर आने वाला का फैसला चौथा है. इससे पहले तीन अन्य मामलों में लालू प्रसाद यादव दोषी करार दिए जा चुके हैं और 13.5 साल की सजा काट रहे हैं. फिलहाल लालू रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं. दुमका कोषागार मामले पर आखरी सुनवाई 5 मार्च को समाप्त हो गई थी. इसके पहले सीबीआई अदालत के न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने 15 मार्च का दिन फैसला सुनाने के लिए मुकर्रर की थी.

इसके पहले इन तीन मामलों में हो चुकी है लालू को सजा…

गौरतलब है कि चारा घोटाले मामले को लेकर लालू प्रसाद यादव के खिलाफ 6 प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें से 5 झारखंड में और एक बिहार में दर्ज है. जिन तीन मामलों में लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दे दिया गया है, वह चाईबासा कोषागार से 37.7 करोड़ की अवैध निकासी, देवघर कोषागार से 89.5 लाख की अवैध निकासी और चाईबासा कोषागार से ही 30 करोड़ रुपए की अवैध निकासी से जुड़ा है.

पहले मामले में लालू को 5 साल की सजा सुनाई जा चुकी है. दूसरे में 3.5 साल की और तीसरे में 5 साल की सजा है. कुल मिलाकर लालू यादव को 13.5 साल की सजा हो गई है.

गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में चारा घोटाले के दूसरे मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद लालू यादव को 3.5 साल की सजा मिली थी. इस मामले में जमानत के लिए लालू ने झारखंड कोर्ट में अपील की थी मगर उनकी अपील को ठुकरा दिया गया था. दुमका कोषागार से जुड़े मामले में लालू यादव, पूर्व सांसद डॉ. आरके राणा, जगदीश शर्मा सहित 31 आरोपी हैं.

पांचवा फैसला सबसे बड़ा…

चारा घोटाले का पांचवा मामला डोरंडा कोषागार से जुड़ा है. जो चारा घोटाले का सबसे बड़ा मामला है. इसमें करीब 139.35 करोड़ की अवैध निकासी का आरोप है. फिलहाल इस मामले में भी सुनवाई लगातार जारी है.