विश्व आर्थिक मंच की बैठक में शरीक होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दावोस के लिए रवाना हो चुके हैं. बैठक के दूसरे दिन 23 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी पूरी दुनिया को संबोधित करेंगे लेकिन इससे पहले विश्व आर्थिक मंच की तरफ से जारी रिपोर्ट में भारत को उभरती अर्थव्यवस्थाओं की सूची में 62 वें नंबर पर रखा गया है. खास बात यह है कि इस सूची में जहां पड़ोसी देश चीन को 26वें नंबर पर रखा गया है वहीं दूसरे पड़ोसी पाकिस्तान को 47वें नंबर पर रखा गया है.
पांच दिनों तक स्विटजरलैंड के दावोस में चलने वाली इस बैठक में दुनिया के 60 देशों के प्रमुखों समेत अलग-अलग क्षेत्र से हजारों लोग शामिल हो रहे हैं. इस बैठक की शुरुआत में विश्व आर्थिक संगठन की तरफ से जारी रिपोर्ट में जहां नॉर्वे को दुनिया की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था करार दी गई है वहीं उभरती अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष पर लिथुआनिया को रखा गया है. विश्व आर्थिक संगठन यह रिपोर्ट प्रति वर्ष बैठक की शुरुआत में जारी करता है जिसमें दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर निवेश के उपर्युक्त ठिकानों की सूचि भी शामिल रहती है.
विश्व आर्थिक मंच की इस सूची में देशों को उनके लिविंग स्टैंडर्ड, क्लाइमेट सुरक्षा के मानदंड और देश की भावी पीढ़ियों को कर्ज से बचाने की क्षमता के आधार पर जगह दी जाती है. इस सूचि को जारी करते हुए कहा कि दुनियाभर को अर्थव्यवस्थाओं को सम्मिलित विकास के लिए जल्द से जल्द आर्थिक विकास के नए मॉडल की तरफ मुड़ना चाहिए क्योंकि जीडीपी ग्रोथ आधारित मौजूदा मॉडल असमानता को बढ़ावा देने वाला है.
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गौरतलब है कि पिछले साल विश्व आर्थिक मंच की इस रिपोर्ट में जहां भारत को 60वां स्थान दिया गया था वहीं चीन को 15वां और पाकिस्तान को 52 स्थान दिया गया था. इस साल देशों की रैंकिंग के लिए कुल 103 अर्थव्यवस्थाओं का तय मानदंड़ों पर आंकलन किया गया है जहां पहले भाग में 29 विकसित अर्थव्यवस्थाएं और दूसरे भाग में 74 उभरती व्यवस्थाएं शामिल हैं.
ये करीब दो दशक के बाद है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा है. कार्यक्रम का अंत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के साथ होगा. पीएम मोदी मंगलवार दोपहर करीब 2.45 बजे (भारतीय समयानुसार) फोरम को संबोधित करेंगे.