एनएमपीबी वर्तमान में 140 औषधीय पौधों पर आधारित अनुसंधान परियोजनाओँ को समर्थन दे रहा हैः श्री श्रीपद नाईक

भारत में पौधों के औषधीय मूल्यों को लेकर विभिन्न राज्य सरकारों के साथ-साथ निजी विश्वविद्यालयों/ अनुसंधान संस्थानों/ संगठनों द्वारा कई शोध/अध्ययन किये जा रहे हैं।

वर्तमान में, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय/ विभाग (जैसे – आयुष मंत्रालय, स्वास्थय व परिवार कल्याण मंत्रालय, पर्यावरण , वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, कृषि मंत्रालय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, जैव प्रौद्योगिकी विभाग आदि) औषधीय पौधों के विभिन्न पहलुओं (जैसे साहित्यिक अनुसंधान, सर्वेक्षण, पहचान, प्रलेख तैयार करना, माइक्रोप्रोपेगेशन, कृषि तकनीक, दवा मानकीकरण, औषधीय और निदान ​​अनुसंधान आदि) पर आधारित शोध परियोजनाओं को समर्थन प्रदान कर रहे हैं।

आयुष मंत्रालय के अंतर्गत विभिन्न अनुसंधान परिषदें जैसे आयुर्वेदिक विज्ञान में अनुसंधान के लिए केन्द्रीय परिषद (सीसीआरएएस), यूनानी चिकित्सा में अनुसंधान के लिए केन्द्रीय परिषद (सीसीआरयूएम), होम्योपैथी में अनुसंधान के लिए केन्द्रीय परिषद (सीसीआरएच) और सिद्ध चिकित्सा में अनुसंधान के लिए केंद्रीय परिषद (सीसीआरएस) औषधीय अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में संलग्न हैं। इसके अतिरिक्त आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पौधा बोर्ड(एनएमपीबी) अपने केन्द्रीय परियोजना, ‘औषधीय पौधों का संरक्षण विकास और सतत प्रबंधन’ के तहत औषधीय पौधों के विभिन्न आयामों पर आधारित शोध व अनुसंधान के लिए पूरे देश स्तर पर विभिन्न राज्य सरकारों के साथ-साथ निजी विश्वविद्यालयों/ शोध संस्थाओं/ संगठनों को समर्थन प्रदान कर रहा है। वर्तमान में एनएमपीबी 140 से अधिक शोध परियोजनाओं को समर्थन प्रदान कर रहा है।

पौधों के औषधीय मूल्यों पर शोध करने वाले कुछ प्रमुख अनुसंधान संस्थान / संगठन निम्न हैं: केंद्रीय औषधि और सुगंधित पौधा संस्थान (सीआईएमएपी)-लखनऊ, केंद्रीय औषध अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई)-लखनऊ, भारतीय एकीकृत औषधीय संस्थान (आईआईआईएम)- जम्मू , हिमालय जैव संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएचबीटी)-पालमपुर, राष्ट्रीय पादक अनुसंधान संस्थान, (एनबीआरआई)-लखनऊ, नॉर्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टैक्नोलॉजी (एनईआईएसटी)-जोरहाट के तहत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर);) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत औषधीय और सुगंधित पौधा अनुसंधान निदेशालय (डीएमएपीआर) आनंद, गुजरात; भारतीय वानिकी और शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई) – देहरादून और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर)

यह जानकारी राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद यशो नाईक ने दी थी।