वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद(सीएसआईआर) और इथियोपिया के धातु उद्योग विकास संस्थान (मिडी) ने समझौते पर किए हस्ताक्षर

हाल ही में गुजरात में आयोजित अफ्रीकी विकास बैंक के वार्षिक सम्मेलन में पीएम ने अफ्रीकी देशों और भारत के बीच कृषि, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास, आधारभूत संरचनाओं के मुद्दे पर मिलजुल कर काम करने पर बल दिया। अफ्रीकी विकास बैंक के वार्षिक सम्मेलन के दौरान सीएसआईआर और इथियोपिया के मिडी के बीच एक समझौता किया गया। मिडी में अनुसंधान और विकास के मुद्दे पर सीएसआईआर अहम भूमिका निभाएगा। सीएसआईआर के लिए एक अहम कामयाबी इसलिए भी है जब इस संस्थान ने कई विदेशी संस्थाओं को पीछे कर मिडी के विकास के लिए करोड़ो डॉलर के सौदे को अपने नाम किया। सीएसआईआर का किसी विदेशी संस्थान के साथ ट्वीनिंग का ये कार्यक्रम बड़े कार्यक्रमों में से एक है, जिसे भविष्य में दूसरे अफ्रीकी देशों के साथ सहयोग को और आगे बढ़ाया जाना चाहिए।

07 जून, 2017 को अदीस अबाबा फेडरल डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ इथियोपिया के उद्योग राज्य मंत्री डॉ. एलेम्यू सीमे, शिक्षा राज्य मंत्री श्री तेसोम लेमा, सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. गिरीश साहनी, और इथियोपिया, जिबूती, अफ्रीकी संघ के राजदूत श्री अनुराग श्रीवास्तव के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इस मौके पर डॉ. गिरीश साहनी ने कहा कि सीएसआईआर के पास जो विशेषज्ञता हासिल है उसका फायदा अफ्रीकी देश उठा सकते हैं। उन्होंने अफ्रीकी देशों के तमाम औद्योगिकी इकाईयों से सीएसआईआर के साथ मिलकर काम करने की अपील की।

सीएसआईआर के प्रयोगशालाओं की तरफ से नेशनल मेटलर्जिकल लेबोरेट्री जमशेदपुर और मीडी के महानिदेशक के बीच अदीस अबाबा में समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। सीएसआईआर अपनी विशेषज्ञता के जरिए मिडी की क्षमता में इजाफा करेगा, ताकि मिडी धातु और इंजीनियरिंग सेक्टर में और बेहतर परिणाम ला सके। सीएसआईआर की यह कोशिश है कि मिडी दुनिया में एक बेहतरीन तकनीकी केन्द्र के तौर पर विकसित हो सके।

इससे पहले मेटल इंडस्ट्री डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (मिडी) इथियोपिया और सीएसआईआर के बीच लेटर ऑफ इंटेट पर सहमति बनी थी। मिडी से समझौते के पहले सीएसआईआर ने मिडी की जरूरतों और तकनीकी पहलुओं का विश्लेषण किया था। सीएसआईआर की घटक प्रयोगशालाएं जैसे सीएसआईआर-एनएमएल, जमशेदपुर, सीएसआईआर-सीएमईआरआई, दुर्गापुर, सीएसआईआर-सीईईआरआई, पिलानी, सीएसआईआर-सीएसआईओ, चंडीगढ़ और सीएसआईआर-सीएलआरआई, चेन्नई एक साझा प्लेटफॉर्म के जरिए मिडी को सहयोग मुहैया कराते रहेंगे। इन प्रयोगशालाओं को धातुओं की खनन,कॉस्टिंग, धातुओं को आकार देने, उत्पादन के तरीकों, क्वालिटी कंट्रोल, इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्ट्रूमेंटेशन और क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम में महारत हासिल है।