लाला बंसीधर गुप्ता जी की 100वीं जयंती पर पुस्तक कवर पेज व आत्मकथा का विमोचन

नई दिल्ली – विगत दिनों लाला बंसीधर गुप्ता के जन्म शताबदी के उपलक्ष पर उनके आत्म कथा पर आधार्रित पुस्तक के कवर व पुस्तक का विमोजन नितिन गढगरी केन्द्रीय मंत्री सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री भारत सरकार के द्वारा किया गया है। आप को बता दे कि बंसीधर जी का जन्म 15 अगस्त 1923 को हुआ था व रामलीला की भी स्थापना उसी वर्ष बंसीधर जी के दादा जी लाला परमेश्वरी दास जी ने की थी।हम इसी वर्ष बड़े गर्व से रामलीला के भी सौ साल मना रहें हैं।देश में पहली बार बंसीधर परिवार के छटी पीढ़ी ने रामलीला मैं त्यारी पर हैं।इसके अलावा, यह उनके बेटे धीरज द्वारा बंसीधर गुप्ता को एक छोटी सी श्रद्धांजलि है।बाबुजी ने अपने जीवन में भगवान श्री राम की नीतियों को अपनाया और हर व्यक्ति चाहे जो छोटा हैं या बड़ा हैं
उनकी बातों को बड़े ध्यान से सुनते थे और उसका समाधान निकालने का प्रयास करते थे
बाऊजी ने कभी किसी का दिल नहीं दुखाया हमेशा प्यार किया
और बाऊजी का ग़ुस्सा भी सबको प्यार ही लगता था। बाबुजी अपने से जुड़े हर व्यक्ति को उसके साथ होने का विश्वास दिलाया।बाबुजी ने अपने किसी व्यक्ति विशेष की सही और ग़लत बात में सिर्फ़ सही बात का ही साथ दिया।बाबुजी ने अपने जीवन मैं माँ बाप की और बड़ों की सेवा को अपना धर्म समझा और निभाया।