आह्वान साधना के साथ आरंभ हुआ महात्मा सुशील का दो दिवसीय महानिर्वाण महोत्सव/

बड़े भैया श्रीश्री संजय कुमार ने किया दीप प्रज्वलन, हो रही है 20 घंटे की अखण्ड साधना,
‘इस्सयोग संदेश’ के महानिर्वाण महोत्सव विशेषांक का हुआ लोकार्पण ।

पटना, 23 अप्रैल। सूक्ष्म आध्यात्मिक साधना पद्धति ‘इस्सयोग’ के प्रवर्त्तक एवं ‘अंतर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज के संस्थापक ब्रह्मलीन सदगुरुदेव महात्मा सुशील कुमार का दो दिवसीय २०वाँ महानिर्वाण महोत्सव शनिवार को अपराहन १ बजे, कंकड़बाग स्थित ‘गुरुधाम’ में आह्वान की साधना के साथ आरंभ हुआ। संस्था की अध्यक्ष और तत्त्वज्ञानी सद्गुरुमाता माँ विजया जी की दिव्य उपस्थिति में संस्था के उपाध्यक्ष(मुख्यालय) बड़े भैय्या श्रीश्री संजय कुमार ने दीप प्रज्वलित किया। सदगुरु-गुरुमाँ की मूर्तियों पर माल्यार्पण सांयुक्त सचिव नीना गुप्ता और उमेश कुमार ने एवं चादर-अर्पण माया साहू ने किया। दो बजे से बीस घंटे की सामूहिक अखण्ड साधना आरंभ हुई, जो रविवार को १० बजे संपन्न होगी।
यह जानकारी देते हुए संस्था के संयुक्त सचिव डा अनिल सुलभ ने बताया कि अखण्ड साधना आरंभ होने से पूर्व संस्था की त्रैमासिक पत्रिका ‘इस्सयोग संदेश’ के महानिर्वाण विशेषांक का लोकार्पण शिवम् झा द्वारा किया गया। डा सुलभ ने बताया कि सोमवार को गोला रोड स्थित संस्था के एम एस एम बी भवन में प्रातः आठ बजे से महोत्सव का दूसरा खण्ड आरंभ होगा। वहाँ साढ़े आठ बजे से साढ़े बारह बजे तक अखण्ड साधना और संकीर्तन का कार्यक्रम संपन्न होगा। स्थानीय राजलक्ष्मी फार्म हाउस परिसर में दिन के १ बजे से तीसरा खण्ड आरंभ होगा, जहां पूर्व से चयनित प्रतिभाशाली इस्सयोगियों को ‘महात्मा सुशील कुमार माँ विजया प्रोत्साहन पुरस्कार’ दिए जाएँगे। यहीं इस्सयोगियों के श्रद्धा-उद्गार, बड़े भैया का संबोधन तथा माताजी का आशीर्वचन भी होगा। संध्या में पुनः गुरुधाम में जगत-कल्याण के निमित्त ‘ब्रह्माण्ड-साधना और सर्व धर्म प्रार्थना और गुरुमाँ के आशीर्वचन के साथ दो दिवसीय यह महोत्सव संपन्न होगा।
महोत्सव में संस्था के सचिव कुमार सहाय वर्मा, संयुक्त सचिव संगीता झा, रेणु गुप्ता, संदीप गुप्ता, शिवम् झा, दिव्या झा, डा जेठानंद सोलंकी, डा द्राशनिका पटेल, डा गिरिजा शंकर, देव सुमन, डा मनोज राज, दीनानाथ शास्त्री, सरोज गुटगुटिया, महेंद्र सिंह, अनंत कुमार साहू, श्रीप्रकाश सिंह, आभास चंद्रा समेत अमेरिका, इंग्लैंड, सिंगापुर, नेपाल,आदि देशों के साथ देश के विभिन्न स्थानों से आए हज़ारों इस्सयोगी भाग ले रहे हैं।