इन शर्तों पर यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार हैं व्लादिमीर पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लग रहा था कि 3-4 दिनों में ही उनकी सेना पूरे यूक्रेन पर कब्जा कर लेगी, लेकिन यूक्रेन की जाबांज फौज ने ऐसा होने नहीं दिया… युद्ध के 9वें दिन भी रूस को कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिल पाई है और शायद यही वजह है कि पुतिन अब बातचीत के संकेत दे रहे हैं… इस बीच रूसी प्रेसिडेंट ने यूक्रेन के शहरों पर बमबारी के आरोपों से इनकार किया है… साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांगें मान ली जाती हैं, तो वो बातचीत करने को तैयार हैं… रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने कहा है कि यूक्रेन के शहरों पर बमबारी की खबरें गलत और फर्जी हैं… व्लादिमीर पुतिन का यह बयान उनकी जर्मन चांसलर ओलाफ सोल्ज के साथ बातचीत के बाद आया है… पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य बड़े शहरों पर हवाई हमलों की खबर एक बहुत बड़ा दुष्प्रचार है… उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर बातचीत तभी संभव है, जब उनकी मांगें मान ली जाएं… क्रेमलिन के अनुसार, राष्ट्रपति ने इस बात की पुष्टि की है कि रूस के लिए यूक्रेनी पक्ष और अन्य सभी के साथ वार्ता का विकल्प खुला है, लेकिन शर्त है कि रूस की सभी मांगों को मान लिया जाए… रूस की मांगों में यूक्रेन का तटस्थ और गैर परमाणु देश होना, उसके द्वारा क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना और पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों की संप्रभुता शामिल है…