Mumbai में हेल्थवर्कर्स और नेताओं ने ली कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी डोज

कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज बहस का मुद्दा है… कुछ देशों में इसे स्वीकृत किया गया है तो बहुत से देशों में अभी तक इस पर सहमति नहीं बन पाई है… भारत भी उन देशों में से है जहां कोरोना की बूस्टर डोज स्वीकृत नहीं की गई है… इसके बावजूद खबर आ रही है कि मुंबई के कई अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों और नेताओं को बूस्टर डोज लगाई गई है… मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से सामने आई खबर के तहत बूस्टर डोज के रूप में वैक्सीन वायल की 11वीं डोज का इस्तेमाल किया गया है… वहीं कुछ अस्पतालों में वैक्सीन वायल की उस डोज का इस्तेमाल किया गया है, जिसे लेने वाला कोई नहीं था। अस्पतालों का कहना है कि कोविशील्ड वैक्सीन का इस्तेमाल बूस्टर डोज के रूप में किया गया है… उनका कहना है कि स्वास्थ्य कर्मियों में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा रहता है… इसलिए वे उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हैं… वहीं मेडिकल एक्सजपर्ट्स खुद पर ऐसे किसी प्रयोग के खिलाफ सलाह देते हैं… महाराष्ट्र. के ऐडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ प्रदीप व्या स ने कहा कि तीसरी डोज कुछ मामलों में जानलेवा साबित हो सकती है…