सीएसडीआर फाउंडेशन और एनएआई ने नाइट शेल्टर में बेघर लोगों के साथ मनाया नया साल

सेंटर फॉर सोशल डेवलपमेंट एंड रिसर्च फाउंडेशन (CSDR फाउंडेशन) और न्यूजपेपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NAI) ने साल 2020 का पहला दिन दिल्ली के नाइट शेल्टर में बेघर लोगों के साथ मनाया। यह 9 वीं बार था जब यह संगठन दिल्ली के बेघर लोगों के साथ नया साल मना रहा है। इस दिन CSDR फाउंडेशन के निदेशक विवेक शर्मा और NAI के महासचिव डॉ विपिन गौड़ भी मौजूद थे और उन्होनें सेल्टर में मौजूद सभी लोगों के साथ नए साल का शुभारंभ किया.

विवेक शर्मा ने बताया कि “एक परिवार की तरह बेघर लोगों के साथ नए साल का जश्न मनाना यह बहुत ही खुशी का पल है और त्योहारों पर या ख़ास मौको पर ऐसे लोगों के साथ कुछ समय बिताना और उनको ख़ुशी के पल महसूस करवाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।” कई सालों से रह रहे उस रैन बसेरे के कुछ लोगों ने बताया कि “यह हमारे लिए बहुत ही भावनात्मक और खुशी का पल है, जब हर साल विवेक सर हमारे यहाँ आते हैं और हमारे साथ नए साल मनाते हैं, क्योंकि हम यहाँ अकेले हैं, और हमारे परिवार का कोई सदस्य हमारे पास नहीं होता है, ऐसे में विवेक सर हमारे परिवार के सदस्य की तरह हैं क्योंकि वो हमारी खुशियों के लिए हमारे पास ऐसे समय में आते है जब ज्यादातर लोग अपने घर में अपने परिवार के साथ और घर से बाहर दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मनाने में व्यस्त होते हैं”।

नए साल की पूर्व संध्या पर सीएसडीआर (CSDR) फाउंडेशन के आईटी सेल दिव्या अग्रवाल, विकास ध्यानी और लॉजिस्टिक्स प्रमुख मितांशु अग्रवाल ने नाइट शेल्टर में पूरे कार्यक्रम का प्रबंधन किया और अपना पूरा योगदान दिया। इस सफल प्रयास के लिए दिव्या गुप्ता, डॉ विपिन गौड, प्रशांत मित्तल, नितिका बब्बर, नीलम जोशी पंत, कपिल अरोड़ा, रमित तनेजा, अजय भट्ट, चेतन अरोड़ा, नवल रुदियाल और वर्चुअल टाइम्स (समाचार पत्र) का टीम प्रयास और योगदान था। । नए साल की पूर्व संध्या पर सीएसडीआर फाउंडेशन और एनएआई ने कुछ कच्चे खाद्य पदार्थों जैसे चीनी, पोहा, चावल और नमक का वितरण किया और कुछ दैनिक उपयोग की वस्तुएं जैसे कपड़े, हेयर ऑयल, बाथ सोप, सर्फ आदि का भी वितरण किया

| सेंटर फॉर सोशल डेवलपमेंट एंड रिसर्च फाउंडेशन शिक्षा, पर्यावरण और जल, महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य और बेघर लोगों के हित के लिए कार्य पिछले 10 साल से कर रहा है। CSDR फाउंडेशन ने पाकिस्तानी हिंदू रिफ्यूज़ियों के बच्चों की शिक्षा के लिए भी काम किया जो मजनू का टीला के शिविरों में रह रहे हैं। सीएसडीआर फाउंडेशन के प्रयासों से बहुत बच्चों का विद्यालय में दाखिला भी हुआ और इस संस्था ने मजनू का टीला के लोगों के लिए चिकित्सा शिविरों के माध्यम से स्वास्थ्य उपचार और मुफ्त दवाइयां भी मुहैया कराने में योगदान किया हैं। CSDR फाउंडेशन दिल्ली के मजनू का टीला में पाकिस्तानी रिफ्यूज़ी असहाय लोगों के हित के लिए 2014 से अब तक काम कर रहा है, और समाजिक मुद्दों और जरूरतों पर आगे भी काम करता रहेगा |