दिल्ली मे 20 जुलाई को न्यूज़पेपर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की कार्यकारणी बैठक दिल्ली के नारायण दत्त तिवारी भवन मे हुई जिसमे कई राज्यों के सदस्यों व कार्यकारणी के सदस्यों ने हिस्सा लिया कार्यक्रम की अध्यक्ष्ता संस्था के संरक्षक सुनील डांग जी ने की बैठक मे पत्रकारों के हित के लिए संस्था के कार्यों को बढ़ाने पर जोर डाला गया व संस्था के सभी सदस्यों का चुनाव सभी की सहमति से यूनानी मसले द्वारा किया गया जिसमे सूर्यभान राजपूत को फिर से संस्था का अध्यक्ष चुना गया गुरुराज नागाथन को उपाध्यक्ष विपिन गौड़ को महासचिव ओम प्रकाश शर्मा को वरिस्थ उपाध्यक्ष विपुल्ला बुची बाबु को कार्यकारी उपाध्यक्ष सुशिल पाण्डेय को कोषाध्यक्ष , अनंत कुमार , विकास शर्मा संयुक्त सचिव व मोनोकित सिंघा , अनिल नागपाल , ऋचा बंसल को कार्यकारी सचिव चुना गया विवेक शर्मा को सांस्कृतिक सचिव चुना गया कर्नल श्री कुमार , के आर अरुण , एबनी हुम्स्तो , राजेश शर्मा , श्रीधर मूर्ति , कुमारी अंकुर गुप्ता व ७ लोगों को कार्यकारी सदस्य नियुक्त किया गया बैठक मे नई महिला समिति व छात्र विंग बनाने का भी निर्णय लिया गया |
विपिन गौड़ ने कहा की जैसे पहले संस्था द्वारा देहदान (शारीर दान ) का कार्यक्रम राजस्थान मे किया गया था वैसे ही सारे देश मे कैंप लगे जाएँ एसे ही रक्त दान शिविर लगाए जाएँ , केंद्रीय विद्यालयों मे पत्रकारों के बच्चों के लिए १० % का कोटा दिया जाए , पुरे देश मे पत्रकारों के लिए पेंशन स्कीम लाई जाए पत्रकारों के लिए कानूनी सलाह के लिए हेल्प लाइन नंबर शुरू किया जाए प्रिंट मीडिया एक्ट मे संसोधन करने की मांग की जाए पत्रकार सुरक्षा कानून देश मे लागू करवाया जाए |
सुनील डांग ने कहा की प्रिंट मीडिया के लिए देश मे बहुत बड़ा खतरा मंडरा रहा है सरकारें नहीं चाहती की प्रिंट मीडिया मे जो छोटे मझोले अख़बार है उन्हें आगे बढ़ने दिया जाए रोजाना ऐसे कानून बनाए जा रहे हैं जिससे की छोटे मझोले अख़बारों को ख़तम कर दिया जाए जो सरकार की गुलामी करते हैं उन्हें ही विज्ञापन दिए जाएँ और उन्हें ही जिन्दा रखा जाए बाकी सब राम भरोसे | सुनील दांग ने कहा की अगर प्रिंट मीडिया को बचाना है तो हमे एकजुट होकर लड़ाई लड़नी पड़ेगी |
सूर्यभान राजपूत ने कहा की हाल हे मैं DAVP द्वारा कई अख़बारों को हटा दिया गया है वैसे ही कई राज्यों मे DIP जो राज्य सरकार विज्ञापन देती है उन्होंने भी कई अख़बारों का लाइसेंस रद्द कर दिया है जो छोटे मझोले कहे जाने वाले अख़बार सबसे बड़ी खबर उन इलाकों से लाते हैं जहाँ कोई सरकारें नहीं पहुँच पाती कोई चेन्नल नहीं पहुँच पाता पर वहां के छोटे मझोले अख़बारों के पत्रकार वहां पहुँचते हैं बड़ी मुश्किल से वह अपना अखबार निकलते हैं हकीकत मे आम आदमी का आइना वाही अख़बार है पर सरकारें नहीं चाहती की गाँव देहात के गरीब लोगों की आवाज़ दिल्ली तक समाज तक या प्रशाशन तक पहुंचे |
बैठक मे सभी सदस्यों ने अपने सुझाव रखे व सभी के सुजाव मीटिंग बुक मे शामिल किये कार्यकर्म दिल्ली के नारायण दत्त तिवारी भवन मे किया गया अंत मे विपिन गौड़ ने सभी का धन्यवाद किया व सन्स्थ को मजबूत बनाने के लिए कहा