एंटीगुआ से कहा- मेहुल चोकसी को हिरासत में लें

गिरफ्तारी से बचने के लिए एंटीगुआ और बरबूडा की नागरिकता लेने वाले पीएनबी बैंक ऋण घोटाले के प्रमुख आरोपियों में एक मेहुल चोकसी की मुश्किलें कम होने की जगह बढ़ सकती है क्योंकि भारत ने स्थानीय प्रशासन को उसे गिरफ्तार करने को कहा है.

सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत को चोकसी के इस कैरिबियाई द्वीप समूह में मौजूद होने की सूचना मिली है. यह जानकारी सामने आने के बाद ही सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है. कुछ दिन पहले यह खबर आई थी कि चोकसी एंटीगुआ का नागरिक बन गया है.

सूत्रों ने कहा कि भारत एंटीगुआ के संपर्क में है. वहां के अधिकारियों से थल, जल या वायु मार्ग से चोकसी की आवाजाही पर रोक लगाने का आग्रह किया गया है.

एक सरकारी सूत्र ने कहा, ‘जैसे ही विदेश मंत्रालय को चोकसी के एंटीगुआ में मौजूद होने के संकेत की सूचना मिली, हमारे जॉर्जटाउन के उच्चायोग ने एंटीगुआ और बरबूडा सरकार को लिखित और मौखिक रूप से अलर्ट किया है. वहां की सरकार से कहा गया है कि चोकसी की उनके क्षेत्र में मौजूदगी की पुष्टि की जाए और साथ ही उसे हिरासत में लिया जाए. उसे जमीन, वायु या समुद्री मार्ग से कहीं आने-जाने नहीं दिया जाए.’

पिछले सप्ताह चोकसी ने दावा किया था कि उसने अपने कारोबार के विस्तार के लिए पिछले साल एंटीगुआ की नागरिकता ली थी क्योंकि कैरिबियाई देश के पासपोर्ट से 132 देशों में बिना वीजा यात्रा की जा सकती है.

सूत्रों ने कहा, ‘हमारे उच्चायुक्त एंटीगुआ और बरबुडा सरकार में संबंधित अधिकारियों से मिल रहे हैं. हम भारत सरकार और एंटीगुआ और बरबुडा सरकार की संबंधित एजेंसियों के जरिये इस मामले को आगे बढ़ाएंगे.’

पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि वह अब एंटीगुआ में ही रहेगा, क्योंकि उसे अपने कारोबार का विस्तार करना है. असल में उसके एंटीगुआ जैसे अनजाना देश चुनने के पीछे एक बड़ा खेल है. इससे उसे करीब 130 देशों में आने-जाने के लिए मुफ्त वीजा मिल जाएगा.