(छः दिवसीय गीता शिक्षक शिविर, माउण्ट आबू) शिक्षा का परिपूर्ण ग्रन्थ है गीता – श्रीस्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज

10 जून, 2018। श्रीस्वामी संवित् सोमगिरिजी के सान्निध्य में सन्त सरोवर सोमनाथ ट्रस्ट, माउण्ट आबू एवं मानव प्रबोधन प्रन्यास, शिवमठ, शिवबाड़ी बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 6 दिवसीय गीता शिक्षक शिविर का शुभारम्भ प्रातः श्रीस्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज ने ध्वजारोहण, दीप प्रज्वलन एवं परम पूज्य परमहंस परिव्राजकाचार्य श्रीस्वामी ईश्वरानन्दगिरिजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। शिविर में मनाली, बीकानेर, जोधपुर, अहमदाबाद, कुचामनसिटी, गांधीनगर, तिरुवन्नामलई से लगभग 42 जन भाग ले रहे हैं। शिविर में उपस्थित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए स्वामीजी ने कहा कि शिविर का उद्देश्य स्वाध्याय की प्रवृति को बढ़ाना, भारतीय ज्ञान परम्परा को आगे बढ़ाना है। गीता के माध्यम से हम जीवन की गहराईयों को, गुढ़ रहस्यों को समझ कर जीवन को परिष्कृत कर सकते हैं गीता मानव मात्र को शोक-माह से निवृति प्रदान कर साहस और पराक्रम का मार्ग प्रशस्त करती है, आज आवश्यकता है उसको आचरण में लाकर आत्मसात करने की। हमें अपने अन्तःकरण को शुद्ध करने के लिए भीतर के दोषों को दूर करना होगा और इसका माध्यम बन सकती है गीता। शिक्षा का परिपूर्ण ग्रन्थ है गीता। गीता का शिक्षा दर्शन मानव मात्र को अभ्युदय एवं निःश्रेयस के मार्ग पर अग्रसर करती है। हमें अपनी भावना, क्रिया और बोध के क्रियान्वयन में शुद्धि लानी होगी तभी हम वि़द्यार्थियों का सही मार्गदर्शन कर सकेंगे। इस अवसर पर स्वामी नारायणगिरिजी, महन्त श्री दुलेश्वर महादेव मन्दिर, नक्की झील, स्वामी हेमगिरिजी, स्वामी प्रपन्नगिरिजी, स्वामी समानन्दगिरिजी, भूपेन्द्र सिंह ठाकुर, दिनेश चन्द्र सिंघल, रामप्रकाश शर्मा, रसिक भाई, चिम्मनभाई, ब्र. योगेश, ब्र. विनोद, श्रीमती वर्षा, योगेन्द्र, मनोज भोजक, प्रफुल्ल प्रभाकर सहित संवित् साधक तथा शिविरार्थी उपस्थित थे।