BJP ने तोड़ दिया कर्नाटक में कांग्रेस का किला

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं और रुझानों में बीजेपी बहुमत के करीब दिख रही है. तमाम एग्जिट पोल के त्रिशंकु विधानसभा के अनुमान लगाने के बावजूद बीजेपी कर्नाटक में स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाती दिख रही है. आइए जानते हैं, कर्नाटक के नतीजों से जुड़ी दस बड़ी बातें…

1. कायम है मोदी लहर

नतीजे बताते हैं कि राज्य में मोदी लहर कायम है. यह पीएम मोदी और अमित शाह की भारी जीत है. मोदी लहर की वजह से ऐसा लग रहा है कि बीजेपी 2019 के लिहाज से और मजबूत हुई है.

2. येद्दी और रेड्डी की जीत

येद्दी और रेड्डी की कांग्रेस की तुकबंदी पर लोग हंसे तो खूब, लेकिन यह जोड़ी तो वास्तव में हिट हो गई. येद्दी यानी येदियुरप्पा के अलावा दोनों रेड्डी बेल्लारी से जीतते दिख रहे हैं.

3. न किंग न किंगमेकर

जेडीएस अपनी सीटों में इजाफे के बावजूद इस चुनाव में किंगमेकर नहीं रह गई है. इससे उन्हें निराशा हुई होगी. आखिर वे लंबे समय से इस बात का इंतजार कर रहे थे कि अगली सरकार में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका हो. लेकिन बीजेपी ने उनकी उम्मीदों पर तुषारापात कर दिया.

4. नहीं चला लिंगायत कार्ड

कांग्रेस का लिंगायत कार्ड भी इस चुनाव में काम नहीं आया. 17 फीसदी लिंगायत और वीरशैव वोटों के लिए इसे सिद्धारमैया का मास्टरस्ट्रोक कहा जा रहा था. लेकिन उत्तरी कर्नाटक में कांग्रेस का यह कार्ड नहीं चला और बीजेपी की हिंदुत्व की अपील हावी रही.

5. कन्नड़ गौरव के बूते नहीं मिले वोट

सिद्धारमैया द्वारा प्रचारित कन्नड़ गौरव की भावना भी कांगेस के लिए वोट जुटाने में कारगर नहीं रही. बीजेपी ने स्थानीय भावनाओं से दूर रहने की कोशिश की. तो लिंगायत और कन्नड़ गौरव के नाम पर विभाजन को बढ़ावा देने के बावजूद कांग्रेस हार गई.

6. योगी आदित्यनाथ को 100 में से 100 नंबर

हिंदुओं को एकजुट करने और हिंदुत्व के विचार को आगे बढ़ाने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का कर्नाटक बीजेपी के लिए प्रचार करना कारगर रहा. जिन भी जिलों में उन्होंने दौरा किया, वहां बीजेपी के लिए नतीजे अच्छे रहे हैं. सिद्धारमैया लगातार मजाक बनाते रहे कि योगी उत्तर भारत से एक्सपोर्ट किए गए हैं, लेकिन सच तो यह है कि कांग्रेस के लिए इसका नतीजा उलटा ही साबित हुआ. जिन 33 सीटों पर योगी ने प्रचार किया था, उन सभी पर बीजेपी ने अच्छे प्रदर्शन किए हैं, यानी योगी आदित्यनाथको 100 में से 100 अंक मिले हैं.

7.  जीत के प्रति आश्वस्त थे येदियुरप्पा

कर्नाटक बीजेपी के सीएम फेस येदियुरप्पा अपनी जीत के प्रति इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने काफी पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि पार्टी को बहुमत मिलेगा और वह 15 मई को दिल्ली जाकर अमित शाह से मिलेंगे तथा शपथग्रहण की तिथि फाइनल करेंगे.

8. बैकफुट पर कांग्रेस

राहुल गांधी को अब 2019 की रणनीति पर नए सिरे से विचार करना होगा. मोदी लहर तो रुकती नहीं दिख रही, इसलिए एनडीए के खिलाफ एक संघीय मोर्चे को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस को पिछली सीट पर बैठने के लिए तैयार रहना होगा.