जीएनसी खुदरा बाज़ार में भी अपनी हिस्सेदारी को बढ़ावा देगी

न्यूट्रास्युटिकल में वैश्विक लीडर कंपनी का 2020 तक सभी मेट्रो और टियर 1 कस्बों में 4000 से भी अधिक स्टोर्स खोलने का मकसदनई दिल्ली – स्वास्थ्य, कल्याण और पौष्टिक-औषधीय पदार्थों ( न्यूट्रास्युटिकल ) के रिटेलर के रूप में वैश्विक विशेषज्ञता प्राप्त पिट्सबर्ग, अमेरिका में मुख्यालय वाली अग्रणी कंपनी जीएनसी ( जनरल न्यूट्रीशन सेंटर ) भारत में अपनी उपस्थिति को गार्डियन हेल्थकेयर के साथ सहयोग से मजबूती दे रही है। गार्डियन हेल्थ केयर, भारत में जीएनएसी उत्पादों की आधिकारिक आयातक और विक्रेता है। वैश्विक रूप से जीएनसी एक मल्टी-मिलियन ब्रांड है, 50 देशों में इसकी फ्रैंचाइजी संचालित होती है, 9000 स्थानों पर इसकी मौजूदगी है।
भारत में, गार्डियन हेल्थकेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड एक्सक्लूसिव विपणन और विक्रय अधिकारों के साथ जीएनसी के लिए एकमात्र पुर्नविक्रेता है।  वर्ष 2020 तक जीएनसी के उत्पाद सभी मेट्रो और टियर 1 शहरों के 4000 स्टोर्स पर उपलब्ध करवा दिए जाएंगे।
जीएनसी इंडिया ने  ‘ फिलिंग द गैप्स ‘ नामक एक नए स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया।
भागमभाग भरी व्यस्त जीवनशैली के चलते उपभोक्ता अक्सर उन आवश्यक पोषण तत्वों को हासिल करने से चूक जाते हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। खासकर शाकाहारियों के लिए अपने भोजन के माध्यम से आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करना मुश्किल होता जा रहा है। मुख्य तौर कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन मुख्य पोषक तत्व होते हैं, जिन्हें अपनी ऊर्जा की जरूरत के आधार पर लिया जाना चाहिए और आमतौर पर लोग पर्याप्त मात्रा में इनका सेवन नहीं कर पा रहे हैं।
स्वास्थ्य से जुड़े इन मुद्दों को संबोधित करने के साथ-साथ इस अभियान का लक्ष्य लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में आए पोषण तत्वों के अंतराल को दूर करना है। इसके अलावा स्वस्थ जीवन का नेतृत्व करने के लिए इस अंतराल को भरने के महत्व और सही समाधान को उजागर करना है।

जीएनसी ने विभिन्न क्षेत्रों की विख्यात हस्तियों के साथ पैनल डिस्कशन के साथ इस अभियान को लॉन्च किया, इस पैनल में अंडर-19 क्रिकेट सनसनी मनजोत कालरा, अपोलो अस्पताल की प्रमुख आहार विशेषज्ञ  अनीता और कार्डोवैस्कुलर सर्जरी में अपोलो हॉस्पिटल के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. मुकेश गोयल सहित जीएनसी इंडिया के सीईओ शादाब खान उपस्थित थे।
पैनल ने आधुनिक दौर और उम्र के आधार पर नियमित भोजन के अलावा अतिरिक्त पोषण तत्वों की आवश्यकता के बारे में बताया।
इस अवसर पर जीएनसी इंडिया के सीईओ  शादाब खान ने कहा, ‘आज की भागदौड भरी जिंदगी में भारतीय उपभोक्ताओं के लिए नियमित तौर पर संतुलित आहार लेना बहुत मुश्किल है।  इस कारण से पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और लोग जरूरी पोषक तत्व नहीं ले पाते। इसीलिए ‘ फिलिंग द गैप्स ’ अभियान की शुरुआत की गई, ताकि लोगों को समुचित पोषण के बारे में शिक्षित और जागरूक किया जा सके और उन्हें इसकी अहमियत बताई जा सके। जीएनसी अपने उत्पादों के माध्यम से उस अंतराल को भरने का भरोसा कायम करता है जो रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों के आहार में पोषण तत्वों की कमी से पैदा होता है। हालांकि, न्यूट्रास्युटिकल की अवधारणा भारत में एक भारतीय न्यूट्रास्युटिकल बाजार के 21 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर से बढने की उम्मीद है और वर्ष 2022 तक इसका बाजार आज के 4 अरब यूएस डॉलर की तुलना में 10 अरब यूएस डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। उपभोक्ताओं के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने वाले मददगार के रूप में जीएनसी हेल्थ, वैलनेस और परफॉर्मेंस प्रोडक्ट्स के महत्वपूर्ण वर्गीकरण की पेशकश करते हुए करके इस विकास को बढ़ावा देने में हाथ बंटाने के लिए तत्पर है।’
अपोलो अस्पताल की मुख्य आहार विशेषज्ञ सुश्री अनीता जटाना  ने कहा, ‘आज के दौर में आमतौर पर एक कामकाजी पेशेवर शख्स की जीवनशैली बहुत व्यस्त होती है, ऐसे में शायद ही कभी वे समय पर और समुचित आहार ले पाते हैं। उनकी जिंदगी फास्ट फूड और रेडिमेड फूड पर निर्भर हो गई है क्योंकि यह आसानी से मिल पाते हैं और सुविधाजनक हैं। इस तरह एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए आवश्यक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में उन्हें नहीं मिल पाते। इसके अलावा, आजकल जो भोजन हम कर रहे हैं, वह पोषण की दृष्टि से संपूर्ण नहीं है।
कैम्पेन की लॉन्चिंग पर अपोलो अस्पताल में हृदय शल्य चिकित्सा के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. मुकेश गोयल ने कहा, ‘मधुमेह, हृदय रोग, मोटापा आदि आधुनिक जीवन शैली के रोग हैं जो कि शारीरिक निष्क्रियता और अस्वास्थ्यकर आहार का परिणाम हैं। हार्ट अटैक पूरे भारत में एक आम घटना बन गए हैं। इस बात में कोई शक नहीं रह गया है कि हृदय रोगों से पीड़ित युवा रोगियों की संख्या में भी एक उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ऐसे में यह बहुत जरूरी हो गया है कि हम अपने आहार पर पर्याप्त ध्यान दें। अतिरिक्त संतृप्त वसा (खराब वसा) और ट्रांस फेट (खराब वसा) रक्त कोलेस्ट्रॉल और दिल के दौरे की दर को बढ़ा रहा है। ऐसे में लोगों को अपने आहार में सूक्ष्म पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए, खासतौर पर अपनी रोजमर्रा के आहार में ओमेगा को शामिल करें, जो कि हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, वहीं यह कोलेस्ट्रॉल और ट्रायग्लिसराइड्स को विनियमित करता है और इससे हृदय रोग और घातक घटनाओं की आशंका कम होती है।
‘ फिलिंग द गैप ’ अभियान पर टिप्पणी करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के अंडर -19 खिलाड़ी मनजोत कालरा ने कहा, ‘हर खेल के लिए अलग-अलग पोषण जरूरतें होती है लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं कि एक सही और संतुलित भोजन एथलीट के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। एक युवा खिलाड़ी होने के नाते मैं उस अंतराल को भरना बहुत महत्वपूर्ण समझता हूं जो एक नियमित आहार और वर्जिश के साथ शरीर की जरूरत के बीच खड़ा होता है।