PNB घोटाले के ‘मास्टरमाइंड’ शेट्टी का ट्रांसफर,

PNB घोटाले में नीरव मोदी और उसके साथियों की मदद करने वाले बैंक अधिकारी गोकुलनाथ शेट्टी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. गोकुलनाथ शेट्टी 2010 में मुंबई की ब्रैडी PNB ब्रांच के साथ बतौर डिप्टी मैनेजर जुड़े थे. सीवीसी के नियमानुसार एक अधिकारी 3 साल से अधिक एक ब्रांच में नहीं रुक सकता है.

जिसके तहत 2013 में गोकुल शेट्टी के ट्रांसफर का आदेश भी आया था, लेकिन ब्रैडी ब्रांच के मैनेजर ने शेट्टी का ट्रांसफर नहीं होने दिया. उनकी तरफ से शेट्टी के ट्रांसफर को होल्ड करने की अपील की गई थी. ब्रैडी ब्रांच के मैनेजर ने कहा था कि शेट्टी इस ब्रांच के लिए सक्षम अधिकारी हैं, इसलिए उनका ट्रांसफर ना किया जाए. जिसके बाद शेट्टी के ट्रांसफर को होल्ड पर रखा गया था, कैंसिल नहीं किया गया था.

सीबीआई ने गोकुलनाथ शेट्टी के फाइल और सर्विस रिकॉर्ड्स को जब्त कर लिया है. इसी के साथ ही सीबीआई इस बात का पता लगा रही है कि आखिर शेट्टी के ट्रांसफर को रुकवाने के पीछे किसका हाथ था. शेट्टी ने पूछताछ के दौरान स्विफ्ट मैसेज की बात कबूली थी. स्विफ्ट मैसेज के जरिए ही बाद में लोन की अमाउंट को बढ़ाया गया था.

कई बैंक अधिकारी थे शामिल

आपको बता दें कि पीएनबी के इस घोटाले में बैंक के कई कर्मचारी शामिल थे, जो नीरव मोदी और उसके साथियों के साथ मिलकर फ्रॉड को अंजाम दे रहे थे. इस मामले में जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उन्होंने सीबीआई को बताया है कि उन्हें हर LoU के लिए कुछ निश्चित प्रतिशत राशि मिलती थी. ये राशि LoU की राशि के आधार पर तय होता था. ये राशि पीएनबी में सभी कर्मचारियों में बराबर हिस्से में बांटी जाती थी, जो भी इस प्रक्रिया में शामिल होते थे.

सीबीआई को उन सभी लोगों के नाम दे दिए गए हैं, जिनसे उन्हें पूछताछ करनी है. सीबीआई ने बैंक अधिकारियों से उन सभी बैंक ब्रांच के बारे में भी पूछा जहां पर लगातार रेड मारी जा रही है.

बैंक अधिकारियों ने सीबीआई को बताया कि स्विफ्ट प्रोसेस का इस्तेमाल कई अधिकारियों के द्वारा किया जाता था, जिसमें गोकुलनाथ शेट्टी भी शामिल था. शेट्टी ने कई पासवर्ड के जरिए फ्रॉड को अंजाम देने में मदद की. पूछताछ में सामने आया है कि इस फ्रॉड स्कैम में ना सिर्फ पीएनबी के अधिकारी बल्कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की कंपनी के कर्मचारी भी शामिल थे.

ब्रैडी ब्रांच हुई सील

हीरा कारोबारी नीरव मोदी मामले में जांच एजेंसियों की ओर से ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. सोमवार सुबह सीबीआई ने मुंबई की ब्रैडी हाउस शाखा को सील कर दिया है. सीबीआई की तरफ से बैंक के बाहर नोटिस का पर्चा चिपका दिया है, जिसपर लिखा है कि इस ब्रांच को नीरव मोदी एलओयू मामले के कारण सील किया जाता है. इसके बाद इस ब्रांच में कोई भी काम नहीं होगा, वहीं किसी भी पीएनबी कर्मचारी की एंट्री पर भी रोक लग गई है.