राज्यसभा में PM का कटाक्ष- कांग्रेस को बाहर कोई नहीं सुनता तो अब संसद में बोलते हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को लोकसभा में बोलने के बाद इस वक्त राज्यसभा में बोल रहे हैं. प्रधानमंत्री राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव दे रहे थे. उनके राज्यसभा भाषण की प्रमुख बातें ये रहीं.

बाहर कोई नहीं सुनता, इसलिए यहां बोलते हैं

मैंने सुना कि गुलाम नबी आजाद वंशवाद पर चर्चा कर रहे थे. अपनी सरकार का काम बता रहे थे. बाहर उन्हें कोई सुनता नहीं है, इसलिए यहां बोल रहे थे.

50 साल सत्ता में रहकर जमीन से कटना स्वाभाविक

आपने आयुष्मान भारत की चर्चा की. आपने अमेरिका और ब्रिटेन का उदाहरण दिया, उनमें और हममें जमीन-आसमान का अंतर है. 50 साल सत्ता में रहना और जमीन से कट जाना स्वाभाविक है. इसलिए आप ऐसी बातें करते हैं. ये योजना देश के लिए है, किसी पार्टी के लिए है. सभी दल इसका अध्ययन करें, इसमें कोई कमी है तो सुझाएं, हम सुधार करेंगे.

अगर मैं 9 बनाऊं, आपको 6 दिखे तो मैं क्या करूं

अगर मैं यहां बैठकर 9 बनाऊं तो उधर बैठे कई लोगों को 6 दिखेगा, इसमें मेरी क्या गलती है? अब बताइए, ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की रैंकिंग में सुधार होना गलत बात कैसे है? हमपर हमला बोलना संभव नहीं तो आप रेटिंग एजेंसी पर हमला बोल देते हैं. आप सबकी बुराई करिए, आपका लोकतंत्र में हक है, मेरे बाल नोच लीजिए, पर आप मेरी बुराई करते-करते देश की बुराई कर देते हैं, यह देश का नुकसान हो रहा है.

‘कांग्रेस मुक्त भारत’ मेरा नहीं, गांधी का आइडिया

विवेकानंद ने भी यंग इंडिया की बात की थी, गांधी ने भी नए भारत की बात की थी. राष्ट्रपति ने भी यही कहा. आप कहते हैं कि आपको न्यू इंडिया नहीं चाहिए, ठीक है, मुझे भी गांधी का भारत चाहिए. गांधी ने कहा था कि आजादी मिल गई है, अब कांग्रेस की जरूरत नहीं है. इसलिए कांग्रेस मुक्त भारत का आइडिया वहीं से आया है.

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा को संबोधित किया. विपक्ष और एनडीए में सहयोगी दल टीडीपी के विरोध के साथ पीएम मोदी के भाषण की शुरुआत हुई. अपने भाषण में पीएम ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला. मोदी ने पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू, राजीव गांधी से लेकर राहुल गांधी तक को अपने भाषण में निशाने पर लिया. विपक्षी पार्टियां पीएम मोदी के डेढ़ घंटे के भाषण के दौरान लगातार नारेबाजी करती रहीं.