40 हजार की छूट का ऐसे लें फायदा,जानें क्या है स्टैंडर्ड डिडक्शन

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में सैलरीड क्लास को स्टैंडर्ड डिडक्शन के मोर्चे पर काफी राहत दी है. अब आपको 40 हजार रुपये तक का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा. आगे समझ‍िए क्या होता है स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन और कैसे इसके बढ़ने से आपको फायदा मिलेगा.

क्या होता है स्टैंडर्ड डिडक्शन

स्टैंडर्ड डिडक्शन आपकी आय का वो हिस्सा होता है, जिस पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होता है. यही नहीं, इस छूट का फायदा उठाने के लिए आपको किसी भी तरह का दस्तावेज भी नहीं दिखाना होता है.

वापस आई ये सुविधा

पहले यह सुविधा 2004-05 में थी. उस दौरान स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन के दो स्लैब मौजूद थे. उस समय 5 लाख रुपये तक की सैलरी वालों के लिए 30,000 रुपये या 40 फीसदी का डिडक्शन मिलता था. इसमें जो भी कम होता था, वो सैलरीड को मिलता था. दूसरी तरफ, जो 5 लाख रुपये से ज्यादा की सैलरी वाले हैं, उन्हें 20 हजार रुपये का डिडक्शन का प्रावधान था.

अब इतना मिलेगा फायदा

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बजट में स्टैंडर्ड  ड‍िडक्शन को वापस ला दिया है. इसका फायदा ये होगा कि आप ज्यादा पैसे बचा पाएंगे. अब आपकी कमाई में से 40 हजार रुपये तक स्टैंडर्ड डिडक्शन के तौर पर शामिल हो जाएंगे. आपको इतनी इनकम पर टैक्स नहीं देना पड़ेगा.

इसे ऐसे समझ‍िए

आपको इससे कितना फायदा मिलेगा, यह इस पर निर्भर करेगा कि आप किसी आयकर के किस दायरे में आते हैं.

5 फीसदी टैक्स भरने वाले :

अगर आपकी सालाना आया 2.5 से 5 लाख रुपये के बीच है, तो आपको 5 फीसदी टैक्स देना होता है. इस क्लास में आपको स्टैंडर्ड डिडक्शन के तौर पर 290 रुपये का फायदा मिल सकता है.

20 फीसदी भरते हैं तो…

अगर आपकी इनकम 5 से 10 लाख रुपये है, तो आपको 1160 रुपये का फायदा स्टैंडर्ड ड‍िडक्शन के तौर पर मिलेगा.

30 फीसदी आयकर भरने वाले

अगर आपकी सालाना आय 10 लाख रुपये से ज्यादा है, तो आपको 30 फीसदी आयकर भरना पड़ता है. ऐसी सूरत में आपको 1740 रुपये होगा. ये शुरुआती अनुमान है.