दो दिवसीय विजय महोत्सव गरिमामय रूप से सम्पन्न
चमोली।
महावीर चक्र विजेता विजय महोत्सव समिति के तत्वावधान में 1971 भारत–पाक युद्ध के महानायक, ग्राम नौना (जिला चमोली) में जन्मे वीर शहीद अनुसूया प्रसाद गौड़ के अतुल्य बलिदान को नमन करते हुए बैराशकुण्ड, चमोली में दो दिवसीय विजय महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। महोत्सव का आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री दिनेश चंद्र गौड़ की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
प्रथम दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दौलत सिंह बिष्ट (मुख्य अतिथि) एवं डॉ. विपिन गौड़, महासचिव, न्यूज़पेपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (विशिष्ट अतिथि) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। मंच संचालन श्री प्रभात पुरोहित, पूर्व प्रधान, मटई द्वारा किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, समिति के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. विपिन गौड़ ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह विजय महोत्सव भारत के सबसे कम उम्र के शहीद एवं सबसे कम उम्र में महावीर चक्र से सम्मानित वीर शहीद अनुसूया प्रसाद गौड़ के नाम से प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल एक मेला नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति और वीरता का जीवंत प्रतीक है।

डॉ. गौड़ ने उत्तराखंड सरकार से आग्रह किया कि इस विजय महोत्सव को राजकीय स्तर पर आयोजित किया जाए, ताकि महावीर चक्र विजेता शहीद अनुसूया प्रसाद गौड़ को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की जा सके। उन्होंने कहा कि शहीद की वीरगाथा से हमारे युवाओं की सोच मजबूत होगी और देश की सीमाओं पर तैनात सैनिकों का मनोबल भी बढ़ेगा।
द्वितीय दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन थराली विधायक माननीय श्री भोपाल राम टम्टा (मुख्य अतिथि) की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। मंच संचालन श्री उमेश कटैत, भाजपा मंडल अध्यक्ष द्वारा किया गया। कार्यक्रम में भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष कैप्टन करण सिंह बिष्ट सहित विभिन्न पूर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारी एवं सदस्य भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
महोत्सव के अंतर्गत बहुउद्देशीय शिविर, एनसीसी कैडेट्स प्रतियोगिता, मंगल गायन प्रतियोगिता, एकल गायन प्रतियोगिता एवं रस्साकशी प्रतियोगिता सहित अनेक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। साथ ही स्थानीय लोककलाओं एवं कलाकारों की मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, हिमालय कलर नाट्य संस्थान के कार्यक्रम, तथा वीर सैनिकों एवं शहीद परिवारों का सम्मान समारोह महोत्सव के प्रमुख आकर्षण रहे।
दोनों दिनों के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को विशेष ऊंचाई प्रदान की। महिला मंगल दल द्वारा प्रस्तुत एकल मंगल गीत, एनसीसी कैडेट्स द्वारा ड्रिल प्रदर्शन, तथा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम का संचालन एवं समापन अत्यंत सफल, अनुशासित एवं गरिमापूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस विजय महोत्सव के माध्यम से शहीद अनुसूया प्रसाद गौड़ के शौर्य, त्याग और राष्ट्रभक्ति को स्मरण करते हुए नई पीढ़ी को देशसेवा के लिए प्रेरित करने का संदेश दिया गया।






