पड़ोसी देश श्रीलंका में लगा आपातकाल हटा दिया गया है… जिसका ऐलान राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कर दिया है… उन्होंने बिगड़ती स्थिति को देखते हुए इमरजेंसी लगाने का फैसला लिया था… लेकिन अब उन्होंने उस फैसले को ही रद्द कर दिया है… इससे पहले श्रीलंका में चार अप्रैल को आपातकाल का ऐलान किया गया था… जब आर्थिक संकट की वजह से जगह-जगह हिंसा शुरू हो गई थी, तब राष्ट्रपति ने स्थिति को काबू में करने के लिए इमरजेंसी लगाने का फैसला लिया था… लेकिन अब उसी आपातकाल वाले फैसले को रद्द कर दिया गया है… इसके पीछे के क्या कारण रहे हैं, ये अभी स्पष्ट नहीं है… वैसे अभी भी जमीन पर स्थिति काफी खराब बताई जा रही है… महंगाई चरम पर पहुंच चुकी है और लोगों के सब्र का बांध टूट रहा है… डीजल लेने के लिए लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं, केरोसीन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है और कागज की किल्लत की वजह से बच्चों की परीक्षा रद्द करवा दी गई है… खराब होती स्थिति का आलम इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री की पूरी कैबिनेट ने अपना इस्तीफा दे दिया है… यहां तक की पीएम के बेटे ने भी अपने पद को छोड़ने को फैसला लिया है… कहा जा रहा है कि अब श्रीलंका में एक सर्वदलीय सरकार बनाई जा सकती है जहां पर विपक्ष के नेताओं की भी सक्रिय भागीदारी रहेगी…
