क्षेत्र की खुशहाली की कामना के साथ पौराणिक जाख मेला सम्पन्न

कालीमठ। धधकते अंगारों में नृत्य करने के दृश्य से दर्शकों के रोंगटे खड़े करने वाले जाख मेले का समापन आज भक्तों की खुशहाली की कामना और प्रसाद वितरण के साथ हो गया।रूद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ विकास खण्ड के जालमल्ला गाँव में बैशाख 2 गते का प्रसिद्ध जाख मेला जाख देवता और चर्णाख देवता के जयकारों के बीच सम्पन्न हो गया।
बैशाखी के दिन से प्रारंभ इस मेले में पहले दिन ग्रामवासियों द्वारा विधि विधान व मन्त्रोचार से लकड़ी की लगभग 3 गुणा 3 मीटर और लगभग इतनी की ऊँची लकड़ियों के ढेर को संक्रांति के दिन गोधूलि बेला से जलाना प्रारंभ किया जाता है। दूसरे दिन अपराह्न बाद रात भर व दिनभर जली इन लकड़ियों के धधकते अंगारों में पीढ़ी दर पीढ़ी पैतृक रूप से निश्चित जाख के पश्वा द्वारा, इन अंगारों में नृत्य किया जाता है। अग्निकुण्ड में लगभग दो चार बार प्रवेश करने के उपरांत जाख व चर्णाख के भक्तों और दर्शनार्थियों को प्रसाद के रूप में हल्दी मिश्रित चावल, पंया, ब्रह्म कमल व स्थानीय सुगन्धित पुष्प जाखव चर्णाख के पश्वा द्वारा वितरित किये जाते हैं। जाल मल्ला के इस जाख मेले की विशेषता यह है कि जहाँ आसपास के गाँवों में केवल एक ही व्यक्ति पर जाख देवता अवतरित होते हैं, वहीं जाल मल्ला में जाख के साथ-साथ चर्णाख देवता भी दूसरे व्यक्ति पर अवतरित होकर, भक्तों को दर्शन देकर आशीर्वाद देते हैं।
जाल मल्ला के प्रधान त्रिलोक सिंह रावत ने बताया कि इस बार कोरोना के चलते मेले को केवल परम्परा के रूप में ही सम्पन्न करने का निर्णय लिया गया था, जिस कारण बाहरी लोग व दर्शनार्थी बहुत ही कम मात्रा में पहुंच पाये, जबकि कोरोना काल से पहले सम्पूर्ण ग्राम वासियों द्वारा अपनी धियाणियों सहित नाते – रिश्तेदारों को आमन्त्रित करने के साथ ही बाहरी भक्तों व दर्शनार्थियों को भी आमंत्रित किया जाता था।इस बार ग्राम पंचायत की मेला समिति द्वारा प्रचार – प्रसार कर लोगों को कोरोना से बचने के लिए भीड़ – भाड़ कम से कम करने का भी आग्रह किया गया था।
जाख का अवतरण सुरेन्द्र सिंह रावत और चर्णाख का अवतरण हर्षवर्धन सिंह पंवार पर हुआ। पण्डित ओमप्रकाश भट्ट जो कि दो दशकों से भी अधिक समय से इस यज्ञ के पूजन को सम्पादित करते आ रहे हैं, ने बताया कि इस बार बहुत कम दर्शक और श्रद्धालु ही उपस्थित रहे। इस बार इस यज्ञ में अर्ध गया के नाम से विश्वविख्यात और केदारखण्ड में वर्णित रूच्छ महादेव के महंत शिवगिरी जी महाराज मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत के लोकप्रिय प्रधान त्रिलोकसिंह रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य बलबीर सिंह,महिला मंगल दल अध्यक्ष अनिता देवी, दीपा देवी, पुष्पा देवी, लक्ष्मी देवी, किरण देवी, अंजना देवी,वन पंचायत सरपंच दिनेश सिंह, माधो सिंह,अमर सिंह, राजेन्द्र सिंह, शिव सिंह, जगत सिंह, रघुवीर सिंह, बीरबल सिंह, हीरा सिंह,राजेन्द्र सिंह, विजय सिंह, चन्द्र सिंह,मेला सचिव प्रबल सिंह,वन पंचायत कोषाध्यक्ष योगम्बर सिंह, अरविंद सिंह, विनोद सिंह, अनिल सिंह, सुरेशा सिंह, भगत सिंह, मंगल सिंह, कलम सिंह, उमेद सिंह, डीलर भगत सिंह सहित गांव की नई पुरानी धियाणियों सहित गांव के संभ्रान्त जन मौजूद थे।
प्रसिद्ध ढोल वादक रामलाल आर्य और छोटिया लाल की जोड़ी ने इस यज्ञ को अपने सुर-ताल से जीवंत और भक्तिमय बनाये रखा।