अनुच्छेद 370 पीछे की ओर धकेलने वाला था जिससे पूर्ववर्ती राज्य जम्मू और कश्मीर में आर्थिक अभावों को बढ़ावा मिला : डॉ. जितेंद्र सिंह

केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायतें और पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री  डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि अनुच्छेद 370 पीछे की ओर धकेलने वाला था जिससे पूर्ववर्ती राज्य जम्मू और कश्मीर में आर्थिक अभावों को बढ़ावा मिला। उन्होंने धारा 370 को एक पथभ्रष्ट की संज्ञा देते हुए इसे “न्याय की भ्रूणहत्या” करार दिया और कहा कि इसके कारण बाल विवाह प्रतिबंध, दहेज विरोधी कानून, शिक्षा का अधिकार, न्यूनतम वेतन अधिनियम और तीन तलाक प्रतिबंध सहित अनेक महत्वपूर्ण केंद्रीय कानून इस राज्य में लागू नहीं हो सके। डॉ. जितेंद्र सिंह आज दिल्ली विश्वविद्यालय के 22 छात्रों के एक समूह को संबोधित कर रहे थे।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 35ए भी बेटियों के समानता के अधिकार के खिलाफ था जिससे उन्हें उत्तराधिकार के अधिकारों से वंचित रखा गया। राज्य में बालिकाओं के उत्तराधिकारों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ क्योंकि राज्य में बाल विवाह पर प्रतिबंध नहीं था, इसके अलावा बहुपत्नी प्रथा भी प्रचलित थी।

दोनों अनुच्छेदों को हटाए जाने के बाद दोनों केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तेजी से विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिए दो एम्स स्वीकृत किए हैं। यह देश का ऐसा राज्य है जहां दो एम्स खोले जा रहे हैं। इसके अलावा नौ मेडिकल कॉलेज और एक आईआईटी और आईआईएम भी जम्मू और कश्मीर में स्थापित किए जा रहे हैं। सरकार का एप्पल, स्ट्रॉबेरी और चेरी पार्क स्थापित करने का भी प्रस्ताव है जो नए बनाए गए केंद्र शासित प्रदेश में बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देंगे।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के तीन दशकों ने राज्य की  अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से तहस-नहस कर दिया है। इस दौरान पर्यटन में कमी आई है और फिल्म निर्माताओं ने इस क्षेत्र के दर्शनीय स्थानों का फिल्मांकन बंद कर दिया था।  उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि हम अगले साल तक जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया कर देंगे।

बाल दिवस पर छात्रों की प्रशंसा करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की 70% आबादी 40 साल से कम उम्र की है। उन्होंने कहा कि देश के युवा गुणात्मक और मात्रात्मक बदलाव लाएंगे क्योंकि भारत आर्थिक महाशक्ति और सुपर पावर बनने की यात्रा पर अग्रसर है।